सेहत के लिए बारिश के सीजन तक दूध और दही का सेवन से दूरी बना कर रखे। कई लोजो को डाइजेशन की समस्याएं होती रहती है।ऐसे में अगर अधिक फैटी मिल्क का सेवन करेंगे तो पाचन से संबंधित दिक्कतें आ सकती हैं।
मानसून दस्तक दे चुका है। चारों तरफ बारिश का कहर बरप रहा है। कई जगह तो बाढ़ जैसे हालात हो रहे है। ऐसे में मौसम भी काफी ठंडा हो चुका है। बारिश और मौसम की वजह से आपको डायट में कुछ चेंज करने की जरुरत है।
बहुत से लोग गर्मी भर दूध और दही का खूब सेवन करते है। बारिश के मौसम में दूध और दही का अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है।फेमस डाइटीशियन की माने तो बारिश के मौसम में हमें दूध और दही का सेवन नहीं करना चाहिए।
बारिश के मौसम में हरियाली बढ़ जाती है और हरी भरी घास के साथ कई खर पतवार उगने लगते है। जिसमें कीड़े मकौड़े भी पनपने लगते है। गाय, भैस र बकरी इन्हे खा लेते है। जिसका नतीजा कीटाणु घास फूस के जरिए दूध देने वाले जानवरों के पेट में जाता है फिर जब दूध देते है तो इसके सेवन से हमारे शरीर को नुकसान पहुंच सकता है।
सेहत के लिए बारिश के सीजन तक दूध और दही का सेवन से दूरी बना कर रखे। कई लोजो को डाइजेशन की समस्याएं होती रहती है।ऐसे में अगर अधिक फैटी मिल्क का सेवन करेंगे तो पाचन से संबंधित दिक्कतें आ सकती हैं।
पेट दर्द, उल्टी, दस्त आदि हो सकता है। भीषण गर्मी में दही का सेवन करने की सलाह दी क्योंकि इससे पेट ठंडा रहता है।साथ ही पाचन से संबंधित समस्या नही होती है। लेकिन अगर बारिश में मौसम ठंडा रहता है ऐसे में इसका सेवन करने से सर्दी जुकाम का खतरा हो सकता है।