अरब सागर (Arabian Sea) में 48 साल बाद बन रहा है दुर्लभ चक्रवात की घटना देखने को मिल रही है। गुजरात तट पर गहरे अवसाद के पश्चिम की ओर बढ़ने के बाद अरब सागर (Arabian Sea) में खतरनाक चक्रवात बनने की संभावना है। अरब सागर (Arabian Sea) में पिछले 48 सालों से ऐसा कोई चक्रवात नहीं आया था।
नई दिल्ली। अरब सागर (Arabian Sea) में 48 साल बाद बन रहा है दुर्लभ चक्रवात की घटना देखने को मिल रही है। गुजरात तट पर गहरे अवसाद के पश्चिम की ओर बढ़ने के बाद अरब सागर (Arabian Sea) में खतरनाक चक्रवात बनने की संभावना है। अरब सागर (Arabian Sea) में पिछले 48 सालों से ऐसा कोई चक्रवात नहीं आया था। आखिरी बार ऐसा चक्रवात अगस्त 1976 में देखा गया था। मौसम विभाग (Meteorological Department) ने गुजरात, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, कर्नाटका समेत 10 अन्य राज्यों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
Cyclone Asna : अरब सागर का दुर्लभ मौसम घटना
गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में चक्रवात असना (Cyclone Asna) का निर्माण हो रहा है, जो शुक्रवार तक अरब सागर (Arabian Sea) में ओमान के तट की ओर बढ़ने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, इस क्षेत्र में गहरा अवसाद चक्रवातीय तूफान में बदल सकता है। पाकिस्तान द्वारा सुझाए गए नाम “असना” के साथ यह चक्रवात अगस्त में अरब सागर में बनने वाला चौथा चक्रवात है। IMD का कहना है कि आखिरी बार ऐसा तूफान 1976 में देखा गया था। उस समय का चक्रवात ओडिशा में विकसित हुआ था और पश्चिम-उत्तरी पश्चिम की दिशा में बढ़ते हुए अरब सागर में कमजोर हो गया था।
Invest #91A could develop into Cyclone #Asna in the coming days 🌀
Forecast models show the system tracking west across the northern Arabian Sea in the direction of Oman. pic.twitter.com/T9ETdteJbq
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— Zoom Earth (@zoom_earth) August 29, 2024
IMD ने बताया कि अगस्त के महीने में अरब सागर (Arabian Sea) में चक्रवातीय तूफानों का विकास एक दुर्लभ गतिविधि है। ऐतिहासिक डेटा के अनुसार, 1944 में अरब सागर (Arabian Sea) में उत्पन्न एक चक्रवात मध्य सागर में कमजोर हो गया था। 1964 में एक और चक्रवात दक्षिण गुजरात के पास विकसित हुआ और तट पर कमजोर हो गया।
वर्तमान चक्रवात असना (Cyclone Asna) की असामान्य बात यह है कि यह पिछले कुछ दिनों से एक समान तीव्रता बनाए हुए है। IMD के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह उष्णकटिबंधीय तूफान तिब्बती पठार और अरब प्रायद्वीप के ऊपर दो एंटीसाइक्लोन के बीच स्थित है, जिससे इसके व्यवहार पर प्रभाव पड़ा है और इसकी तीव्रता स्थिर रही है।
गुजरात और कच्छ में भारी बारिश की संभावना
इस गहरे अवसाद ने पहले ही सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में भारी बारिश कर दी है। IMD के आंकड़ों के अनुसार, 1 जून से 29 अगस्त के बीच इन क्षेत्रों में 799 मिमी बारिश हुई है, जबकि सामान्य स्तर 430.6 मिमी था, जो 86 प्रतिशत अधिक है।
एक और मौसम प्रणाली, जो उत्तरी और मध्य बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव क्षेत्र में स्थित है, पश्चिम-उत्तरी पश्चिम की दिशा में बढ़ने के लिए तैयार है और रविवार तक पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी (North-West Bay of Bengal) में विकसित हो सकती है। यह आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट की ओर बढ़ने की संभावना है।
132 वर्षों में अगस्त के महीने में बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में कुल 28 ऐसी प्रणालियाँ विकसित हुई हैं, जो अरब सागर (Arabian Sea) में समान घटनाओं की दुर्लभता को दर्शाती हैं। मौसम कार्यालय इस बात पर जोर देता है कि हाल के दिनों में चक्रवात असना (Cyclone Asna) की तीव्रता में स्थिरता एक महत्वपूर्ण असामान्यता है।
चक्रवात असना (Cyclone Asna) का निर्माण और उसका मार्गदर्शन मौसम संबंधी घटनाओं की गतिशीलता को दर्शाता है। खासकर अगस्त के महीने में अरब सागर में ऐसी घटनाओं की ऐतिहासिक कमी को देखते हुए। जैसे-जैसे तूफान प्रगति करेगा, इसके प्रभाव और विकास की निगरानी IMD और अन्य मौसम एजेंसियों द्वारा की जाती रहेगी।