Who is D Gukesh?: भारत के ग्रैंडमास्टर डोम्मराजू गुकेश (D Gukesh) ने FIDE वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप 2024 जीतकर इतिहास रच दिया है। गुकेश ने चैंपियनशिप 2024 की 14वीं और अंतिम बाजी में ने चीन के दिग्गज डिंग लिरेन 7.5-6.5 से हराया। इसके साथ ही वह 138 साल के चेस के इतिहास में सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चैंपियन गए हैं। अब तक यह रिकॉर्ड रूस के महान शतरंज खिलाड़ी गैरी कास्पारोव के नाम था, जिन्होंने 22 साल की उम्र में यह खिताब जीता था। हालांकि, गुकेश की कड़ी मेहनत के अलावा, उनके पिता का भी इस सफलता में बड़ा योगदान है, जिन्होंने अपने बेटे को ग्रैंडमास्टर बनाने के लिए खुद का करियर दांव पर लगा दिया।
Who is D Gukesh?: भारत के ग्रैंडमास्टर डोम्मराजू गुकेश (D Gukesh) ने FIDE वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप 2024 जीतकर इतिहास रच दिया है। गुकेश ने चैंपियनशिप 2024 की 14वीं और अंतिम बाजी में ने चीन के दिग्गज डिंग लिरेन 7.5-6.5 से हराया। इसके साथ ही वह 138 साल के चेस के इतिहास में सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चैंपियन (Youngest Chess World Champion) बन गए हैं। अब तक यह रिकॉर्ड रूस के महान शतरंज खिलाड़ी गैरी कास्पारोव के नाम था, जिन्होंने 22 साल की उम्र में यह खिताब जीता था। हालांकि, गुकेश की कड़ी मेहनत के अलावा, उनके पिता का भी इस सफलता में बड़ा योगदान है, जिन्होंने अपने बेटे को ग्रैंडमास्टर बनाने के लिए खुद का करियर दांव पर लगा दिया।
गुकेश का जन्म 29 मई 2006 को तमिलनाडु के चेन्नई में हुआ था। वह एक तेलुगू भाषी परिवार से संबंध रखते हैं। उनके पिता, रजनीकान्त (Gukesh’s Father Rajnikanth) एक ई.एन.टी. सर्जन हैं और उनकी मां पद्मा एक सूक्ष्म जीवविज्ञानी हैं। वे वेलमाला विद्यालय, मेल अयनाम्बक्कम, चेन्नई में पढ़ते हैं। गुकेश ने सात साल की उम्र में चेस सीखा और उनको ग्रैंडमास्टर बनाने के लिए पिता रजनीकांत ने अपनी नौकरी छोड़ दी थी। फिर उनकी मां ने घर की जिम्मेदारियां संभाली। लेकिन, गुकेश मेहनत और उनके पिता का बलिदान आज रंग लाया है। पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद (Viswanathan Anand) के बाद गुकेश इस मुकाम पर पहुंचने वाले दूसरे भारतीय हैं। गुकेश, विश्वनाथन आनंद की अकादमी में ट्रेनिंग लेते हैं।
गुकेश का अब तक करियर और उपलब्धियां
गुकेश ने 2015 में एशियाई स्कूल शतरंज चैंपियनशिप के अंडर-9 वर्ग में जीत हासिल की। उन्होंने मार्च 2017 में 34वें कैपेले-ला-ग्रांडे ओपन में अंतर्राष्ट्रीय मास्टर की उपाधि के लिए आवश्यक योग्यताएं पूरी कीं। इसके बाद 2018 में उन्होंने अंडर 12 वर्ग में वर्ल्ड यूथ चेस चैंपियनशिप जीता। गुकेश ने 2018 एशियन यूथ चेस चैंपियनशिप में अंडर-12 इंडिविजुअल व्यक्तिगत रैपिड और ब्लिट्ज़, अंडर-12 टीम रैपिड और ब्लिट्ज़ और अंडर-12 इंडिविजुअल क्लासिकल फॉर्मेट में पांच गोल्ड मेडल भी अपने नाम किए।
15 जनवरी 2019 को, 12 साल, 7 महीने और 17 दिन की उम्र में, गुकेश इतिहास में दूसरे सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बनें। हालांकि, यह रिकार्ड अभिमन्यु मिश्रा ने तोड़ दिया है, जिससे गुकेश तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। जून 2021 में, उन्होंने जूलियस बेयर चैलेंजर्स चेस टूर, गेलफैंड चैलेंज जीता, जिसमें 19 में से 14 अंक हासिल किए। इसके बाद अगस्त 2022 में, उन्होंने 44वें शतरंज ओलंपियाड में भाग लिया और शुरुआत में उनका परफेक्ट स्कोर 8/8 रहा, जिसमें उन्होंने आठवें मैच में अमेरिका के नंबर 1 फैबियानो कारूआना को हराया। उन्होंने 11 में से 9 अंक हासिल किए, जिससे उन्हें पहले बोर्ड पर गोल्ड मेडल मिला और उनकी टीम इंडिया-2 टूर्नामेंट में तीसरे स्थान पर रही।
सितंबर 2022 में, गुकेश 2726 की रेटिंग के साथ पहली बार 2700 से अधिक की रेटिंग पर पहुंचे। इसने उन्हें वेई यी और अलीरेज़ा फिरोज़ा के बाद 2700 पार करने वाला तीसरा सबसे कम उम्र का खिलाड़ी बना दिया। अक्टूबर 2022 में ऐमचेस रैपिड टूर्नामेंट के दौरान, गुकेश मैग्नस कार्लसन को हराने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए, जब से कार्लसन वर्ल्ड चैंपियन बनें। अगस्त 2023 की रेटिंग सूची में, गुकेश 2750 की रेटिंग तक पहुंचने वाले अब तक के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। गुकेश ने चेस वर्ल्ड कप 2023 में भाग लिया। उन्होंने मिसराटदीन इस्कंदरोव, एस. एल. नारायणन, एंड्री एसिपेंको और वांग हाओ को हराकर क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, जहां उन्हें दुनिया के नंबर 1 मैग्नस कार्लसन ने हराया।
सितंबर 2022 में, गुकेश 2726 की रेटिंग के साथ पहली बार 2700 से अधिक की रेटिंग पर पहुंचे। इससे वे वेई यी और अलीरेजा फ़िरोज़ा के बाद 2700 को पार करने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। अक्टूबर 2022 में ऐमचेस रैपिड टूर्नामेंट के दौरान, गुकेश मैग्नस कार्लसन को हराने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए, जब से कार्लसन वर्ल्ड चैंपियन बने हैं।