यूपी के हाथरस जिले में कॉलेज के अंदर ही छात्राओं का यौन शोषण (Sexual Exploitation) करने वाला प्रोफेसर रजनीश कुमार (Professor Rajnish Kumar) गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस गिरफ्तारी के बाद कई खुलासे हुए हैं। बतातें चलें कि प्रोफेसर 2001 में बागला डिग्री कॉलेज में तैनात हुआ था।
हाथरस। यूपी के हाथरस जिले में कॉलेज के अंदर ही छात्राओं का यौन शोषण (Sexual Exploitation) करने वाला प्रोफेसर रजनीश कुमार (Professor Rajnish Kumar) गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस गिरफ्तारी के बाद कई खुलासे हुए हैं। बतातें चलें कि प्रोफेसर 2001 में बागला डिग्री कॉलेज में तैनात हुआ था। पुलिस के अनुसार प्रोफेसर का एक साथ छह से सात छात्राओं के साथ शारीरिक संबंध (Physical Relationship) था। इसके साथ ही कॉलेज की ही एक संविदा टीचर के साथ भी उसका संबंध था। इसके बाद छिपे कैमरे से सबकुछ रिकॉर्ड कर लेता था। इस रिकॉर्डिंग से छात्राओं को ब्लैकमेल करता और बार-बार संबंध बनाने के लिए मजबूर करता था।
एक छात्रा की शिकायत और वीडियो वायरल होने के बाद प्रोफेसर के खिलाफ 13 मार्च को एफआईआर दर्ज हुई थी। एफआईआर दर्ज होते ही प्रोफेसर फरार हो गया था। उसके पीछे पड़ी पुलिस ने गुरुवार को प्रयागराज से प्रोफेसर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। प्रोफेसर के पास से मोबाइल फोन पुलिस ने बरामद किया है। इससे भी कुछ सुराग मिलने की उम्मीद है।
2019 में कॉलेज की कर्मचारी बनी पहली शिकार
रजनीश ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि कालेज में संविदा पर नियुक्त एक चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी को 2019 में अपना प्रभाव दिखाकर फंसा लिया और उसका कई बार यौन शोषण किया। इसके साथ ही उसका वीडियो भी बनाया। जिससे वह किसी के सामने मुंह न खोल सके।
ऐसे फंसाता था छात्राओं को
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि अपना प्रभाव दिखाते हुए वह उच्च शिक्षा कोर्सों में दाखिला कराने, नौकरी लगवाने, परीक्षा में अच्छे अंक दिलाकर पास कराने का प्रलोभन देकर छात्राओं को फंसाता था। समय-समय पर उनको गिफ्ट और पैसे भी देता था। जब छात्रा से नजदीकी स्थापित हो जाती थीं तो अपने भूगोल विभाग के ऑफिशियल चैंबर में उनके साथ शारीरिक संबंध बनाता था।
ऐसे बढ़ गया छात्राओं के शोषण का हौसला
रजनीश की 1996 में शादी हुई थी, लेकिन संतान न होने से शादी के कुछ साल बाद ही पत्नी से सबंध खराब हो गये। दूसरी शादी के लिए रजनीश ने कई लड़कियों से संपर्क किया। इस दौरान एक लड़की से रिश्ते की बात शुरू हो गई। एक दिन रजनीश ने उसे अपने घर पर बुलाया और उसके साथ शारीरिक सबंध बना लिये। यह दृश्य उसने लैपटॉप के वेब कैम से रिकार्ड कर लिया। इसके बाद भी उसने युवती से विवाह नहीं किया।
इस मामले के बाद रजनीश के दिमाग में लड़कियों को फंसाने का शातिर आइडिया पनपा। 2019 में पहली बार वारदात को अंजाम देने पर उसका भय खुला तो छात्राओं का यौन शोषण करके उनको ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। यौन शोषण के दौरान वीडियो बनाने की जानकारी छात्राओं को नहीं हो पाती थी।
कॉलेज की पास आउट छात्राओं से भी बनाता संबंध
पुलिस ने बताया कि महाविद्यालय से पास आउट होने के बाद भी रजनीश भय दिखाकर छात्राओं का यौन शोषण करता था। सूत्रों के मुताबिक आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर के कब्जे से मिले मोबाइल में सात छात्राओं के अश्लील वीडियो भी मिले हैं।
वीडियो रिकॉर्ड के लिए अलग सॉफ्टवेयर
रजनीश ने पुलिस को बताया कि छात्राओं के वीडियो रिकार्ड करने के लिए वह ऐसे सॉफ्टवेयर का उपयोग करता था, जिसमें फ्रंट स्क्रीन बंद रहती है और बैक एंड में वीडियो रिकार्ड होती रहती है। छात्रा को भी यह पता नहीं चल पाता था कि उसका वीडियो बनाया जा रहा है।
अग्रिम जमानत के लिए पहुंचा था प्रयागराज
बागला डिग्री कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर रजनीश कुमार को प्रयागराज से गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने गुरुवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। बताया जाता है कि वह हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत लेने के लिए प्रयागराज पहुंचा था। एसपी चिरंजीवनाथ सिन्हा (SP Chiranjeevnath Sinha) के मुताबिक, हाथरस पुलिस ने प्रयागराज के सिविल लाइंस सुभाष चौराहे के पास एक होटल में देर रात छापा मारकर रजनीश को दबोच लिया। आरोपी ने अपने परिचित के यहां ठिकाना बना रखा था।
जांच में एएसपी को सही मिलीं शिकायतें
एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा (SP Chiranjeevnath Sinha) ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह से कराई गई। एएसपी को जांच के दौरान शिकायती तथ्य सही मिले। हाथरस गेट कोतवाली के औद्योगिक चौकी इंचार्ज सुनील कुमार की ओर से प्रोफेसर डॉ. रजनीश (Professor Dr. Rajneesh) के खिलाफ दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। कॉलेज ने मुकदमा दर्ज होने के बाद प्रो रजनीश को निलंबित कर दिया। इसके बाद डीएम ने चार सदस्यीय जांच समिति गठित कर सात दिन के अंदर जांच आख्या देने के निर्देश दिए। यह समिति मामले की जांच कर रही है।
2016 में विभागाध्यक्ष, 2024 में चीफ प्राक्टर बना
वर्ष 2001 में रजनीश हाथरस के पीसी बागला कॉलेज में बतौर शिक्षक नियुक्त हुआ और वर्ष 2016 में वह इस कालेज में भूगोल विभागाध्यक्ष हो गया। जुलाई 2024 में उसे इस कालेज का चीफ प्रॉक्टर बनाया गया। रजनीश मूल रूप से जाबरा थाना मांट मथुरा का रहने वाला है। मार्च के पहले सप्ताह में महिला आयोग (Women’s Commission) को गुमनाम शिकायती पत्र भेजा गया। महिला आयोग के निर्देश पर हाथरस गेट पुलिस ने रजनीश के खिलाफ वायरल वीडियो के आधार पर दुष्कर्म की धाराओं में 13 मार्च को मुकदमा दर्ज कर लिया। मुकदमा दर्ज होने के बाद रजनीश फरार हो गया। एसपी ने उसकी गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन कर दिया। गुरुवार को एसओजी और पुलिस टीम ने उसे प्रयागराज के सुभाष चौक से गिरफ्तार कर लिया।