शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा, विधानसभा स्पीकर का एक प्रोटोकॉल होता है। अगर विधानसभा स्पीकर एक पीठासीन पद पर बैठे हैं तो अपनी कुर्सी छोड़कर जो आरोपी है जिनपर हमने याचिका दायर की है उनसे जाकर मुलाकात नहीं सकते। फिर वे कहते हैं कि वे फैसला देंगे, यह कौनसा फैसला है यह मैच फिक्सिंग है।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। सभी की निगाहें महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर पर टिकी हुई हैं। स्पीकर राहुल नार्वेकर को महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों की अयोग्यता पर फैसला करना है। आज शाम चार बजे विधानसभा अध्यक्ष को इन विधायकों के भाग्य पर फैसला लेना है। यह निर्णय चाहे ठाकरे गुट के पक्ष में हो या फिर शिंदे गुट के। इतना तय है कि इसका प्रभाव सबसे ज्यादा उन 16 विधायकों को पड़ेगा जिन पर अयोग्यता की तलवार लटक रही है। वहीं, इस फैसले से पहले वहां पर बयानबाजी तेज हो गयी है।
शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा, विधानसभा स्पीकर का एक प्रोटोकॉल होता है। अगर विधानसभा स्पीकर एक पीठासीन पद पर बैठे हैं तो अपनी कुर्सी छोड़कर जो आरोपी है जिनपर हमने याचिका दायर की है उनसे जाकर मुलाकात नहीं सकते। फिर वे कहते हैं कि वे फैसला देंगे, यह कौनसा फैसला है यह मैच फिक्सिंग है। PM मोदी महाराष्ट्र आने वाले हैं, क्या उन्हें पता नहीं है कि फैसला आने वाला है। दिल्ली से लेकर यहां तक इस मामले में मैच फिक्सिंग हो रही है।
वहीं, फैसले पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, हमारे पास बहुमत है। इसी के बलबूते पर हमें चुनाव आयोग ने असली शिवसेना के रूप में माना है। परिणाम योग्यता पर होना चाहिए। हमारी सरकार मजबूती से काम कर रही है इसलिए उनके पैरों तले जमीन खिसक गई है। मैच फिक्सिंग अगर होती तो अध्यक्ष रात में छिप कर आते लेकिन ये दिनदहाड़े आ गए हैं।वही लोग असंवैधानिक हैं।