Delhi Bird Flu Cases: नई दिल्ली में मथुरा रोड स्थित नेशनल जूलॉजिकल पार्क 30 अगस्त 2025 से अगले आदेश तक अस्थायी रूप से आगंतुकों के लिए बंद रहेगा, क्योंकि दो नमूनों में एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया गया है। दोनों मृत पक्षियों के नमूने 27 अगस्त को भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (एनआईएचएसएडी) भेजे गए थे।
Delhi Bird Flu Cases: नई दिल्ली में मथुरा रोड स्थित नेशनल जूलॉजिकल पार्क 30 अगस्त 2025 से अगले आदेश तक अस्थायी रूप से आगंतुकों के लिए बंद रहेगा, क्योंकि दो नमूनों में एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया गया है। दोनों मृत पक्षियों के नमूने 27 अगस्त को भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (एनआईएचएसएडी) भेजे गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि दो पेंटेड स्टॉर्क के एच5एन1 बर्ड फ्लू वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद दिल्ली चिड़ियाघर शनिवार से दर्शकों के लिए बंद रहेगा। चिड़ियाघर के अधिकारियों द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार, इस बीमारी को अन्य पक्षियों, जानवरों या चिड़ियाघर के कर्मचारियों में फैलने से रोकने के लिए सख्त सुरक्षा और निगरानी उपाय किए गए हैं। उन्होंने बताया कि दोनों मृत पक्षियों के नमूने 27 अगस्त को भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (एनआईएचएसएडी) भेजे गए थे। 28 अगस्त को जांच में उनमें एच5एन1 वायरस की पुष्टि हुई।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एवियन इन्फ्लूएंजा A (H5N1) इन्फ्लूएंजा वायरस का एक उपप्रकार है जो मुख्य रूप से पक्षियों को संक्रमित करता है, लेकिन दुर्लभ मामलों में मनुष्यों सहित स्तनधारियों को भी प्रभावित कर सकता है। H5N1 वायरस का गूज़/गुआंगडोंग वंश पहली बार 1996 में सामने आया था और तब से पक्षी आबादी में बार-बार प्रकोप का कारण बना है।
चिड़ियाघर के अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार की 2021 की “एवियन इन्फ्लूएंजा की तैयारी, नियंत्रण और रोकथाम हेतु कार्य योजना” के अनुरूप, अन्य जानवरों, पक्षियों और कर्मचारियों में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए तत्काल रोकथाम के उपाय लागू किए गए हैं। चिड़ियाघर के अंदर गहन निगरानी और सख्त जैव सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए गए हैं। उन्होंने बताया कि चिड़ियाघर को बंद करना जन स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एक एहतियाती कदम है और अगली सूचना तक लागू रहेगा।