देश की राजधानी दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बिगड़ती वायु गुणवत्ता के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। आरोप लगाते हुए कि आम आदमी पार्टी शासित राज्य में पराली जलाना जारी है। उन्होंने हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश द्वारा फसल-अवशेष प्रबंधन में प्रगति की सराहना की, लेकिन पंजाब से आने वाले धुएं की भारी मात्रा पर चिंता व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने पड़ोसी राज्यों से पराली जलाने, परिवहन उत्सर्जन कम करने और औद्योगिक प्रदूषण को नियंत्रित करने में सहयोग का आग्रह किया।
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta, Chief Minister of the capital Delhi) ने बिगड़ती वायु गुणवत्ता के लिए पंजाब सरकार (Punjab Government) को जिम्मेदार ठहराया है। आरोप लगाते हुए कि आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) शासित राज्य में पराली जलाना जारी है। उन्होंने हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश द्वारा फसल-अवशेष प्रबंधन (crop residue management) में प्रगति की सराहना की, लेकिन पंजाब से आने वाले धुएं की भारी मात्रा पर चिंता व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने पड़ोसी राज्यों से पराली जलाने, परिवहन उत्सर्जन कम करने और औद्योगिक प्रदूषण को नियंत्रित करने में सहयोग का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली के लिए पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बस बेड़े और एनसीआर के उपग्रह शहरों में ई-वाहनों के तेजी से अपनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने दिल्ली की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए 1994 के यमुना जल-साझाकरण समझौते को संशोधित करने और यमुना जल में दिल्ली का हिस्सा बढ़ाने की भी मांग की। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सोमवार को बहुत खराब (351) श्रेणी में रहा, और अगले तीन दिनों तक इसके ऐसे ही रहने की उम्मीद है। वहीं गाजियाबाद में गंभीर प्रदूषण दर्ज किया गया। इस बीच स्कूली बच्चों के एक समूह ने दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख कर दिल्ली सरकार से नवंबर और जनवरी के बीच होने वाले बाहरी खेल आयोजनों को बेहतर वायु गुणवत्ता वाले महीनों में स्थानांतरित करने की मांग की है, ताकि छात्रों को अत्यधिक जहरीले वातावरण में शारीरिक परिश्रम करने से रोका जा सके।