पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता रहे कल्याण सिंह की चौथी पुण्यतिथि गुरुवार को अलीगढ़ में हिंदू गौरव दिवस के रूप में मनाई गई। लेकिन इस कार्यक्रम में मौजूद कलराज मिश्र नाराज हो गए। दरअसल, कलराज मिश्र मंच से भाषण दे रहे थे। तभी उनको एक पर्ची थमा दी जाती है, जिसे पढ़ते ही वो नाराज हो जाते हैं।
अलीगढ़। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता रहे कल्याण सिंह की चौथी पुण्यतिथि गुरुवार को अलीगढ़ में हिंदू गौरव दिवस के रूप में मनाई गई। लेकिन इस कार्यक्रम में मौजूद कलराज मिश्र नाराज हो गए। दरअसल, कलराज मिश्र मंच से भाषण दे रहे थे। तभी उनको एक पर्ची थमा दी जाती है, जिसे पढ़ते ही वो नाराज हो जाते हैं। इस दौरान उन्होंने गुस्से में पीछे मुड़कर देखा और पूछा-ये किसने दिया? दरअसल, कहा जा रहा है कि, पर्ची में जल्द भाषण समाप्त करने की बात लिखी गयी थी, जिसके कारण कलराज मिश्र नाराज हो गए। इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
कलराज मिश्र ने कहा, कल्याण सिंह के साथ जिस तरह से मेरे संबंध रहे हैं, मैं अपने को बोलने से रोक नहीं पाऊंगा। मुझे रोकने के लिए मत सोचना। हमारे संबंध बहुत ही अच्छे थे और एक दूसरे पर बहुत ज्यादा विश्वास था। कोई बात होती थी तो वो कहते थे कलराज जी से पूछा और मैं कहता था कल्याण सिंह जी से पूछ लो। मुख्यमंत्री और अध्यक्ष दोनों के बीच इतना परस्पर का संबंध पूरा हिंदुस्तान याद करता है। पूरा हिंदुस्तान कहता है कि, कल्याण और कलराज की जोड़ी एक अद्भूत जोड़ी है। उस समय कल्याण सिंह जी कहते थे, कलराज होगा तो कल्याण होगा। इतना जबरदस्त विश्वास था। उनकी मृत्यू के पश्चात मन को बहुत दुख हुआ था।