मुख्य अतिथि, डीन डॉ. आरएमएलआईएमएस, प्रोफेसर प्रद्युम्न सिंह ने सभा को संबोधित किया और सभी को आश्वासन दिया कि डॉ. आरएमएलआईएमएस जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही कहा सभी को इष्टतम मौखिक स्वास्थ्य प्राप्त करने की दिशा में सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
लखनऊ। डॉ. आरएमएलआईएमएस के दंत चिकित्सा विभाग ने इंडियन ऑर्थोडॉन्टिक सोसाइटी (आईओएस) के सहयोग से गुरुवार को “नेशनल ऑर्थोडॉन्टिक दिवस” मनाया गया। ये कार्यक्रम प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद, निदेशक (डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ) और कुलपति (केजीएमयू, लखनऊ) के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
दिन के मुख्य अतिथि, डीन डॉ. आरएमएलआईएमएस, प्रोफेसर प्रद्युम्न सिंह ने सभा को संबोधित किया और सभी को आश्वासन दिया कि डॉ. आरएमएलआईएमएस जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही कहा सभी को इष्टतम मौखिक स्वास्थ्य प्राप्त करने की दिशा में सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत ऑर्थोडॉन्टिस्ट और दंत चिकित्सा विभाग की प्रोफेसर डॉ. शैली महाजन की प्रस्तुति से हुई। उन्होंने जनता को ऑर्थोडॉन्टिक्स के महत्व, सही समय पर इलाज, उपलब्ध विभिन्न उपचारों, विशेषता से संबंधित मिथ्याए सहित प्रारंभिक उपचारों के महत्व के बारे में शिक्षित किया। उन्होंने जनमानस को उनकी जीवनशैली और प्राथमिकताओं के अनुरूप पारंपरिक ब्रेसिज़ से लेकर आधुनिक क्लियर एलाइनर तक के विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला के बारे में भी बताया।
संस्थान में उपचारित रोगियों ने मंच पर अपने अनुभव भी साझा किए, जिसका उद्देश्य संस्थान में आने वाले रोगियों को अपने मौखिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और ऑर्थोडॉन्टिक उपचार के परिवर्तनकारी लाभों पर विचार करने के लिए प्रेरित करना था। डॉ. ज्योति जैन, डॉ. पद्मनिधि अग्रवाल, विभाग के रेजिडेंट्स डॉ. बबीता यादव, डॉ. श्वेता मेहता, डॉ. प्रियंवदा, डॉ. प्रियम अवस्थी, डॉ. अलीना, डॉ. दीप्ति, डॉ. प्रशंसा, श्री अखिलेन्द्र का योगदान रहा।
आईटी, विभाग) ने कार्यक्रम की सफलता में योगदान दिया। इंडियन ऑर्थोडॉन्टिक सोसायटी 13000 से अधिक सदस्यों वाली एक मजबूत पेशेवर सोसायटी है जो भारत में दंत चिकित्सा की पहली स्पेशलिटी सोसायटी है।