जम्मू के कालूचक और कुंजवानी में बुधवार सुबह फिर ड्रोन दिखने की सूचना मिली है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जम्मू में लगातार ड्रोन देखे जाने का मामला सामने आ रहा है। यह चौथी बार है जब कालूचक और कुंजवानी के पास फिर से ड्रोन देखे जाने की सूचना मिली है।
नई दिल्ली। जम्मू के कालूचक और कुंजवानी में बुधवार सुबह फिर ड्रोन दिखने की सूचना मिली है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जम्मू में लगातार ड्रोन देखे जाने का मामला सामने आ रहा है। यह चौथी बार है जब कालूचक और कुंजवानी के पास फिर से ड्रोन देखे जाने की सूचना मिली है। बता दें कि जम्मू के कुंजवानी-रत्नूचक में सोमवार रात को भी ड्रोन देखे जाने की सूचना मिली थी। यह लगातार तीसरी बार और 24 घंटे में दूसरी बार था जब यहां ड्रोन देखा गया है।
वहीं सोमवार को कालूचक मिलिट्री स्टेशन के पास ड्रोन दिखा था। जिसके बाद कुंजवानी-रत्नूचक में रात करीब तीन बजे ड्रोन दिखने की खबर मिली। सूत्रों के मुताबिक ड्रोन काफी ऊंचाई पर उड़ रहा था और उसमें सफेद लाइट जल रही थी। उधर, गृह मंत्रालय ने जम्मू वायु सेना स्टेशन हमले का मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया है।
बता दें कि जम्मू हवाई अड्डा परिसर (एयरफोर्स के टेक्निकल एरिया) में रविवार रात हुए ड्रोन हमले की जांच के लिए एनआईए की टीम जम्मू पहुंच चुकी है। गृह मंत्रालय ने एनआईए को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। इस हमले में हवाई प्रतिष्ठान के तकनीकी क्षेत्र में एक इमारत की छत को नुकसान पहुंचा था। साथ ही वायुसेना के दो कर्मी मामूली रूप से घायल हुए थे।
इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की एक विशेष बम निरोधक टीम वायु सेना स्टेशन पर विस्फोट की प्रकृति की जांच कर रही है। विस्फोट में आरडीएक्स या टीएनटी का इस्तेमाल होने की संभावना है। ड्रोन को सीमा पार से नियंत्रित किया गया था। स्थानीय हैंडलर की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है।