बहराइच हिंसा के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो आरोपी मुठभेड़ में घायल बताए जा रहे हैं। वहीं, बहराइच हिंसा की घटना को लेकर विपक्षी दल लगातार प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उनका कहना है कि, सरकार आखिरकार वे शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम संपन्न क्यों नहीं करवा पाई?
Bahraich violence: बहराइच हिंसा के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो आरोपी मुठभेड़ में घायल बताए जा रहे हैं। वहीं, बहराइच हिंसा की घटना को लेकर विपक्षी दल लगातार प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उनका कहना है कि, सरकार आखिरकार वे शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम संपन्न क्यों नहीं करवा पाई?
बहराइच हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान आया है। उन्होंने कहा, लगातार इस तरह की घटनाएं हो रहीं हैं। ये घटनाएं सरकार की नाकामी के कारण हो रही हैं। सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए एनकाउंटर कर रही हैं। एनकाउंटर, हाफ एनकाउंटर, और भी कई परिभाषाएं हैं जो सरकार ने बनाई है।
उन्होंने आगे कहा, अगर एनकाउंटर से ही कानून-व्यवस्था बेहतर हो रही होती तो अभी उत्तर प्रदेश कई आंकड़ों में दूसरे प्रदेशों से अच्छा होता। जीरो टॉलरेंस का नारा देने वाले उन्हें खुद अपने आप सोचना चाहिए था, ये प्रशासन और सरकार की विफलता है। जब कार्यक्रम पुलिस की जानकारी में था तो आखिरकार वे शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम संपन्न क्यों नहीं करवा पाए? एनकाउंटर करना और नफरत को बढ़ावा देना, यह इस सरकार के काम करने का नया तरीका है। यह कहां की न्याय व्यवस्था है?
बता दें कि, बहराइच हिंसा के दो आरोपियों की पुलिस से मुठभेड़ हो गई, जिसमें दो आरोपी घायल बताए जा रहे हैं। इसके साथ ही अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कुल पांच आरोपियों की गिरफ्तारी बताई जा रही है। पुलिस के साथ मुठभेड़ में हिंसा के आरोपी सरफराज और तालिब को गोली लगी है।
ये है पूरा मामला
बहराइच के महाराजगंज में बीते दिनों दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए बवाल में राम गोपाल मिश्रा नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद आक्रोशित भीड़ ने जिले में जमकर उत्पात मचाया। मंगलवार और बुधवार को जिले में शांति रही। गुरुवार को को महाराजगंज इलाके में भी इंटरनेट बहाल कर दिया गया।