ऐसे लोग इतनी गहरी नींद में सोते है कि वो समझ नहीं पाते है कि उन्हे कब पेशाब लगी और कब बिस्तर पर हो गई। ऐसे में मेडिकल साइंस के पास इसका जवाब है। इस बीमारी को नॉकटर्नल एनुरेसिस कहते है।
अक्सर आपने देखा होगा बच्चे रात में सोते सोते बिस्तर पर बाथरुम कर देते है। यही समस्या कई ऐसे लोगो को भी होती है जिसकी उम्र अधिक है वो भी इस समस्या से जूझते रहते है। ये कोई आम समस्या नहीं होती है। ऐसे लोग इतनी गहरी नींद में सोते है कि वो समझ नहीं पाते है कि उन्हे कब पेशाब लगी और कब बिस्तर पर हो गई।
ऐसे में मेडिकल साइंस के पास इसका जवाब है। इस बीमारी को नॉकटर्नल एनुरेसिस कहते है। ऐसी कई चिकित्सीय स्थितियां हैं जो नॉकटर्नल एनुरेसिसकारण बन सकती है। जैसे मूत्र पथ संक्रमण और ब्लैडर से जुड़ी स्थितियां। इसके अलावा भी इसके कई कारण हो सकते है।
नींद में रहते हुए अपने ब्लैडर पर कंट्रोल खो देता है
नॉकटर्नल एनुरेसिस में व्यक्ति नींद में रहते हुए अपने ब्लैडर पर कंट्रोल खो देता है। इसकी वजह से सोते सोते समय बिस्तर पर ही पेशाब हो जाता है। इसके अलावा शरीर में एडीएच नामक एक एंटीडाययूरेटिक हार्मोन का उत्पादन करता है, जो सोते समय किडनी द्वारा मूत्र के उत्पादन को धीमा कर देता है।
बिस्तर पर पेशाब होने की हो सकती हैं ये वजह
मूत्रवर्धक तरल पदार्थ का अधिक सेवन
सोते समय बहुत अधिक पानी पीकर सोना
प्रेगनेंसी
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