यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, यूपी के प्रथम मुख्यमंत्री (First Chief Minister of UP) व भारत के पूर्व गृह मंत्री भारत रत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत (Former Home Minister of India Bharat Ratna Pandit Govind Ballabh Pant) की पुण्य तिथि पर आज यहां लोक भवन स्थित उनकी प्रतिमा के सम्मुख चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
लखनऊ : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, यूपी के प्रथम मुख्यमंत्री (First Chief Minister of UP) व भारत के पूर्व गृह मंत्री भारत रत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत (Former Home Minister of India Bharat Ratna Pandit Govind Ballabh Pant) की पुण्य तिथि पर आज यहां लोक भवन स्थित उनकी प्रतिमा के सम्मुख चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
लखनऊ में 'भारत रत्न' पंडित गोविंद बल्लभ पंत की पुण्यतिथि के अवसर पर… https://t.co/ZGqQY1yAKo
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) March 7, 2024
योगी ने कहा कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री तथा देश के पूर्व गृहमंत्री श्रद्धेय गोविन्द बल्लभ पंत की आज पावन पुण्यतिथि है। पंत ने गांधी द्वारा देश की आजादी के लिए समय-समय पर चलाए गए आन्दोलनों में अग्रणी भूमिका का निर्वहन किया। स्वतंत्र भारत में और देश के प्रथम चुनाव के उपरान्त उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में पं. गोविन्द बल्लभ पंत (Pandit Govind Ballabh Pant) ने प्रदेश के विकास की आधारशिला रखी। इसके पूर्व भी उन्होंने वर्ष 1937 में संयुक्त प्रांत के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी अमूल्य सेवाएं प्रदेशवासियों को प्रदान करते हुए आजादी के आंदोलन में सक्रिय भूमिका को बनाए रखा।
पं. गोविंद बल्लभ पंत (Pandit Govind Ballabh Pant) को देश के गृहमंत्री पद का दायित्व दिया गया था। उन्होंने वर्ष 1955 से 1961 तक देश के गृहमंत्री के रूप में अपनी अमूल्य सेवाएं प्रदान कीं। उन्होंने राजभाषा हिंदी को सम्मान दिलाने का कार्य किया। देश के प्रति पं. गोविन्द बल्लभ पंत की सेवाओं के लिए वर्ष 1957 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न (Bharat Ratna, India’s Highest Civilian Award) से सम्मानित किया गया। पं0 गोविन्द बल्लभ पंत (Pandit Govind Ballabh Pant) ने भारत की संविधान सभा के महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में भी अपनी सेवाएं प्रदान कीं। 7 मार्च, 1961 को उनका भौतिक देहावसान हुआ।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, विधान परिषद सदस्य भूपेन्द्र सिंह, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह व सूचना संजय प्रसाद, निदेशक सूचना शिशिर सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।