मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने शनिवार को पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक की गिरफ़्तारी की निंदा की और कहा कि गांधीवादी दर्शन का पालन करने वाले एक ऐसे व्यक्ति पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया गया है। वांगचुक ने लद्दाख, उसकी संस्कृति और विरासत को एक पहचान दी है और हर संभव तरीके से सेवा की है। सिंह ने कहा कि सरकार लद्दाख को राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची प्रदान करने के अपने वादे को निभाने में विफल रही है।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह (Former Madhya Pradesh Chief Minister and Congress MP Digvijay Singh) ने शनिवार को पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक (Environmentalist Sonam Wangchuk) की गिरफ़्तारी की निंदा की और कहा कि गांधीवादी दर्शन का पालन करने वाले एक ऐसे व्यक्ति पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (national security law) लगाया गया है। वांगचुक ने लद्दाख, उसकी संस्कृति और विरासत को एक पहचान दी है और हर संभव तरीके से सेवा की है। सिंह ने कहा कि सरकार लद्दाख को राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची प्रदान करने के अपने वादे को निभाने में विफल रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि सोनम वांगचुक ने लद्दाख (Ladakh), उसकी संस्कृति (Culture) और विरासत को एक पहचान दी है। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से हर संभव तरीके से सेवा की है। नरेंद्र मोदी 2019 तक उनकी सराहना करते रहेंते थे। उन्होंने कई पुरस्कार भी जीते हैं। लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश (union territory) बनाने की उनकी मांग सरकार ने मान ली थी। अब वे छठी अनुसूची (sixth schedule) की मांग कर रहे हैं। यह वही अधिकार जो पूर्वोत्तर के लोगों को दिए गए हैं। सरकार ने चुनावों के बाद राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची देने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने अपना वादा नहीं निभाया। गांधीवादी दर्शन का पालन करने वाले व्यक्ति पर (NSA) लगाया गया है।