गरुड़ पुराण सनातन धर्म का बहुत ही सारगर्भित ग्रंथ है। इसमें भगवान श्री हरि ने गरुड़ के संदेह मिटाने के लिए जीवन के सार को समझाया है।
Garud Puran : गरुड़ पुराण सनातन धर्म का बहुत ही सारगर्भित ग्रंथ है। इसमें भगवान श्री हरि ने गरुड़ के संदेह मिटाने के लिए जीवन के सार को समझाया है। इस धार्मिक ग्रंथ में जीवन और उसके कुछ छिपे रहस्यों के बारे विस्तार पूर्वक बताया गया है। गरुड़ पुराण में जीव के मृत्यु के बाद एस जीव की यात्रा के बारे में वर्णन किया गया है। इसके साथ ही जब तक सांस चल रही हो तब तक जीव को किस प्रकार के कार्य करने चाहिए और उसका मृत्यु के बाद क्या फल भोगना पड़ता है इस बारे में बताया गया है।
चीजों को दान कर देना चाहिए
रुड़ पुराण में बताया गया है मृत व्यक्ति के कपड़ों को दान करने के पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक वजह है। गरुड़ पुराण में कहा गया है कि मौत के बाद इंसान की आत्मा इस संसार के प्रति मोह नहीं छोड़ पाती है। ऐसे में जरूरी है कि आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए उनसे जुड़ी चीजों को दान कर देना चाहिए।
मृतक के कपड़े पहनने से जीवित व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार हो सकते हैं, क्योंकि ऐसा करने से जीवित इंसान का मृतक के साथ जुड़ाव हो जाता है और वह उन्हें याद करने लगते हैं