मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर से एक अजीबो-गरीब खबर सामने आई है। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले (Chhatarpur District) में एक यजमान को रामकथा करवाना बड़ा महंगा पड़ गया। हुआ यूं कि कथावाचन के लिए आए कथावाचक का शिष्य ही यजमान की पत्नी को भगाकर ले गया। पीड़ित पति ने कोतवाली थाने में इस संबंध में शिकायत दर्ज करवाई। इस पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है।
छतरपुर । मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर से एक अजीबो-गरीब खबर सामने आई है। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले (Chhatarpur District) में एक यजमान को रामकथा करवाना बड़ा महंगा पड़ गया। हुआ यूं कि कथावाचन के लिए आए कथावाचक का शिष्य ही यजमान की पत्नी को भगाकर ले गया। पीड़ित पति ने कोतवाली थाने में इस संबंध में शिकायत दर्ज करवाई। इस पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, फरियादी की पत्नी एक महीने बाद मिल गई। फिर पुलिस ने उसे बयान लेने थाने बुलाया। लेकिन महिला ने पति के साथ रहने से इनकार कर दिया। उसने चित्रकूट धाम (Chitrakoot Dham) के धीरेंद्र आचार्य के शिष्य नरोत्तम दास दुबे (Narottam Das Dubey) के साथ रहने की इच्छा जताई।
यह मामला साल 2021 में शुरू हुआ था। उस समय महिला के पति राहुल तिवारी ने गौरीशंकर मंदिर (Gaurishankar Temple) में रामकथा का आयोजन करवाया था। कथा करने के लिए चित्रकूट के कथावाचक धीरेंद्र आचार्य (Storyteller Dhirendra Acharya of Chitrakoot) बुलाए गए थे। वे अपने शिष्य नरोत्तम दास दुबे (Narottam Das Dubey) के साथ रामकथा करने आए थे। पीड़ित राहुल का आरोप है कि कथा के दौरान उसकी पत्नी को नरोत्तम दास दुबे ने अपने प्रेमजाल में फंसा लिया था। फिर एक दूसरे का मोबाइल नंबर लेकर दोनों बातें करने लगे थे। इसी बीच बीते पांच अप्रैल को नरोत्तम दास उसकी पत्नी को भगाकर ले गया।
छतरपुर एसपी अमित सांघी (Chhatarpur SP Amit Sanghi) ने मामले को लेकर कहा कि विवाद की वजह से महिला अपने पति के साथ रहना नहीं चाहती थी। इसलिए कोई केस नहीं बनता है। फिर भी पुलिस जांच कर रही है।