अमेरिकी फेडरल बैंकों (US Federal Banks) द्वारा ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की कटौती के बाद भारत में सोने के भाव में अप्रत्यक्ष रूप से उछाल आ गया है। इतिहास में अब यह कीमत उच्चतम स्तर पर है।
नई दिल्ली। अमेरिकी फेडरल बैंकों (US Federal Banks) द्वारा ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की कटौती के बाद भारत में सोने के भाव में अप्रत्यक्ष रूप से उछाल आ गया है। इतिहास में अब यह कीमत उच्चतम स्तर पर है। इस साल की शुरुआत में 23 जुलाई को जब वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने आयात शुल्क में नौ प्रतिशत कटौती की घोषणा की तो सोने की कीमतें 72,500 से गिरकर 69,300 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गईं थी।
यूनाइटेड ज्वेलर्स एंड मैन्युफैक्चरर्स फेडरेशन के अध्यक्ष डॉ. संजीव अग्रवाल (Dr. Sanjeev Aggarwal, President, United Jewelers and Manufacturers Federation) ने कहा कि भू राजनीतिक तनाव, अमेरिकी फेड दरों में कटौती (US Fed Cuts Rates) से सोने की खरीदारी भी बढ़ गई। निवेशक भी सोने की खरीदारी कर रहे हैं।
इंडियन बुलियन ट्रेड कॉरपोरेशन निदेशक आशुतोष अग्रवाल (Indian Bullion Trade Corporation Director Ashutosh Agarwal) ने बताया कि इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध ने सोने में सुरक्षित निवेश के प्रवाह को बढ़ा दिया है। मंगलवार शाम बाजार बंद होते समय सोना अब तक के सर्वोच्च स्थान पर 77,200 रुपये प्रति दस ग्राम पहुंच गया। रघुनंदन ज्वेलर्स के संचालक तन्मय अग्रवाल ने बताया कि अब नवरात्र से पंच महोत्सव तक सोना महंगा रहेगा।
प्रमुख भारतीय शहरों में सोने की कीमतें 25 सितंबर को भारत भर के विभिन्न शहरों में सोने की कीमतों पर एक नज़र डालें: