HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. जो दल स्वयं लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं : Pm Modi

जो दल स्वयं लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं : Pm Modi

Constitution day: संविधान दिवस (Constitution day) के मौके पर संसद भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra Modi ) ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज का दिवस बाबासाहेब अम्बेडकर (babasaheb ambedkar) , डॉ राजेन्द्र प्रसाद (Dr. Rajendra Prasad) जैसे दुरंदेशी महानुभावों का नमन करने का है।

By शिव मौर्या 
Updated Date

Constitution day: संविधान दिवस (Constitution day) के मौके पर संसद भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra Modi ) ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज का दिवस बाबासाहेब अम्बेडकर (babasaheb ambedkar) , डॉ राजेन्द्र प्रसाद (Dr. Rajendra Prasad) जैसे दुरंदेशी महानुभावों का नमन करने का है। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि, आज 26/11 हमारे लिए एक ऐसा दुखद दिवस है, जब देश के दुश्मनों ने देश के भीतर आकर मुंबई में आतंकवादी घटना को अंजाम दिया।

पढ़ें :- BSNL ने लॉन्च की भारत में पहली Satellite-to-Device सर्विस,Jio-Airtel को पछाड़ा

देश के वीर जवानों ने आतंकवादियों से लोहा लेते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया। आज उन बलिदानियों को भी नमन करता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि, हमारा संविधान ये सिर्फ अनेक धाराओं का संग्रह नहीं है, हमारा संविधान सहस्त्रों वर्ष की महान परंपरा, अखंड धारा उस धारा की आधुनिक अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहा कि, इस संविधान दिवस को इसलिए भी मनाना चाहिए, क्योंकि हमारा जो रास्ता है, वह सही है या नहीं है, इसका मूल्यांकन करने के लिए मनाना चाहिए।

पीएम मोदी (Pm Narendra Modi) ने कहा कि, बाबासाहेब अम्बेडकर (babasaheb ambedkar) की 125वीं जयंती थी, हम सबको लगा इससे बड़ा पवित्र अवसर क्या हो सकता है कि बाबासाहेब अम्बेडकर ने जो इस देश को जो नजराना दिया है, उसको हम हमेशा एक स्मृति ग्रंथ के रूप में याद करते रहें। पीएम ने कहा कि, भारत एक ऐसे संकट की ओर बढ़ रहा है, जो संविधान को समर्पित लोगों के लिए चिंता का विषय है, लोकतंत्र के प्रति आस्था रखने वालों के लिए चिंता का विषय है और वो है पारिवारिक पार्टियां।

पढ़ें :- सीएम योगी का 'बटेंगे तो कटेंगे' नारा महाराष्ट्र में अप्रासंगिक, बीजेपी  एमएलसी पंकजा मुंडे के बाद अब राज्यसभा सांसद अशोक चव्हाण ने किया विरोध

उन्होंने कहा कि, योग्यता के आधार पर एक परिवार से एक से अधिक लोग जाएं, इससे पार्टी परिवारवादी नहीं बन जाती है। लेकिन एक पार्टी पीढ़ी दर पीढ़ी राजनीति में है। उन्होंने कहा कि, संविधान की भावना को भी चोट पहुंची है, संविधान की एक-एक धारा को भी चोट पहुंची है, जब राजनीतिक दल अपने आप में अपना लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो देते हैं।

जो दल स्वयं लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि, महात्मा गांधी ने आजादी के आंदोलन में आधिकारों को लिए लड़ते हुए भी, कर्तव्यों के लिए तैयार करने की कोशिश की थी। अच्छा होता अगर देश के आजाद होने के बाद कर्तव्य पर बल दिया गया होता। आजादी के अमृत महोत्सव में हमारे लिए आवश्यक है कि कर्तव्य के पथ पर आगे बढ़ें ताकि अधिकारों की रक्षा हो

पढ़ें :- आप विधायक अमानतुल्ला खान की जमानत ने पीएम मोदी के झूठ को एक बार फिर उजागर कर दिया : संजय सिंह
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...