राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि, दो दशक पहले वो राजनीति में आए थे तो कभी सोचा नहीं था कि लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किया जा सकता है लेकिन अब ऐसा कभी भी हो सकता है। लेकिन मुझे लगता है कि राजनीतिक तौर पर मुझे एक बड़ा अवसर मिला है।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं। विदेश में लगातार बयान दे रहे हैं। कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी ने अपनी लोकसभा की सदस्यता रद्द होने पर भी बोला। उन्होंने कहा कि, वह शायद पहले व्यक्ति थे, जिन्हें मानहानि के लिए अधिकतम सजा मिली। यह कल्पना से बिल्कुल अलग था।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि, दो दशक पहले वो राजनीति में आए थे तो कभी सोचा नहीं था कि लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किया जा सकता है लेकिन अब ऐसा कभी भी हो सकता है। लेकिन मुझे लगता है कि राजनीतिक तौर पर मुझे एक बड़ा अवसर मिला है।
शायद उस मौके से भी बड़ा कुछ, जो मुझे संसद में बैठकर मिलते। गौरतलब है कि, कोर्ट ने उन्हें आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराया था और उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी। मामले में उन्हें जमानत मिल गई है। इसके बाद उनकी लोकसभा की सदस्यता रद्द हो गयी थी।
केंद्रीय एजेंसियों और विपक्ष को किया जा रहा कमजोर
इस दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि मोदी सरकार (Modi government) केंद्रीय एजेंसियों और विपक्ष को कमजोर करने का काम कर रही है। भारत में विपक्ष संघर्ष कर रहा है। संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है। हम देश में लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कोई भी संस्था काम नहीं कर पा रही है। राहुल गांधी ने ये भी कहा कि ऐसा नहीं कि सिर्फ एक पार्टी को निशाना बनाया जा रहा है। बल्कि सभी विपक्ष पार्टियां तानाशाही से परेशान हैं। जब भी कोई सरकार के खिलाफ बोलता है तो उन संस्थानों पर कब्जा कर लिया जाता है या उनका अस्तित्व खत्म हो जाता है।