बारिश के मौसम में अधिक नमी होती है। इसकी वजह से बाथरुम में रखा साबुन भी मुलायम होकर पिघल जाता है। चाहे वो नहाने का साबुन हो या कपड़े धोने का हो फिर बर्तन धोने का। बारिश के मौसम में साबुनों का पिघलना आम समस्या है।
बारिश के मौसम में अधिक नमी होती है। इसकी वजह से बाथरुम में रखा साबुन भी मुलायम होकर पिघल जाता है। चाहे वो नहाने का साबुन हो या कपड़े धोने का हो फिर बर्तन धोने का। बारिश के मौसम में साबुनों का पिघलना आम समस्या है।
साबुन में मॉइश्चर एजेंस होते हैं स्किन और कपड़ों की सुरक्षा के लिए होते हैं। यही एजेंट नमी और उमस की वजह से साबुन पिघलने लगते हैं। इसकी वजह से साबुन वेस्ट तो होती ही है बल्कि बाथरुम में भी पिघल कर फत्रैल जाती है। साबुन पिघल पिघल कर जल्दी खत्म होने लगती है।
आज हम आपको कुछ ऐसी ट्रिक बताने जा रहे है जिसे फॉलो करके आप न सिर्फ साबुन को पिघलने से बचा सकती है बल्कि साबुन अधिक समय तक चलेगा भी।
कपड़े धोने के लिए जिस सोप का इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर वो सबसे ज्यादा नमी और उमस की वजह से गलता है। बाथरूम में गलकर गिरे साबुन दिखने में जितने खराब होते हैं। उतने ही ज्यादा खतरनाक क्योंकि इस गिरे हुए साबुन पर जरा सा पैर पड़ते ही फिसलकर गिरने का डर रहता है।
बाथरूम में गिरने पर काफी ज्यादा चोट लग सकती है। इसलिए साबुन को गलने से बचाने के लिए इन ट्रिक को फॉलो कर सकते हैं। बाथरूम में कपड़े धोने या नहाने के साबुन को ऐसी जगह रखें जहां उस पर पानी के छींटे ना पड़ें। इससे साबुन तेजी से गलते हैं।