हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। भाजपा एक बार फिर से हरियाणा में सरकार बनाने जा रही है, जबकि कांग्रेस उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई। चुनाव परिणाम को लेकर कई तरह की बातें कहीं जा रहीं हैं। कहा जा रहा है कि, कांग्रेस नेताओं के बीच चल रही खींचतान के कारण हरियाणा में ऐसे नतीजे आएं हैं।
Haryana Election Result: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। भाजपा एक बार फिर से हरियाणा में सरकार बनाने जा रही है, जबकि कांग्रेस उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई। चुनाव परिणाम को लेकर कई तरह की बातें कहीं जा रहीं हैं। कहा जा रहा है कि, कांग्रेस नेताओं के बीच चल रही खींचतान के कारण हरियाणा में ऐसे नतीजे आएं हैं।
इन सबके बीच कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा, नतीजे निराशाजनक हैं। सुबह तक हमें पूरी उम्मीद थी। हमारे सभी कार्यकर्ता बहुत निराश हैं क्योंकि इन्होंने पिछले 10 सालों में कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत कुछ सहा है लेकिन अब हमें इन सब बातों से पीछे हटते हुए एक नए सिरे से आगे सोचना होगा क्योंकि जैसे अभी चल रहा है वो ऐसे ही तो नहीं चलेगा। पार्टी को किस तरह से राज्य में सींचा नहीं गया, ताल-मेल नहीं रखा गया, कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के जिम्मेदार थे ये भी बाते हैं। राज्य में क्या संदेश गया है। किसलिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते हुए पीछे हट गए? ये सब बातें देखनी पड़ेंगी।
राज्य में पार्टी के आंतरिक ‘ताल-मेल’ के सवाल पर उन्होंने आगे कहा, चुनाव के समय हमें लगा कि हमें मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए। बहुत कुछ होते हुए हमने सब बातों पर पर्दा डालते हुए चुनाव लड़ा… चुनाव तक और चुनाव के दौरान बहुत सी बातें हुईं। आज कहना अच्छा नहीं लगेगा तो इस बात को यहीं छोड़ देते हैं।
चुनाव प्रचार से बनाई थी दूरी
हरियाणा चुनाव के दौरान कांग्रेस में गुटबाजी पूरी तरह से हावी दिखी। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद कुमारी शैलजा के बीच तनातनी जगहाजिर है। शैलजा खुद को सीएम पद का प्रबल दावेदार बता चुकी हैं। वहीं चुनाव के दाैरान कुमारी शैलजा के बारे में तथाकथित भूपेंद्र हुड्डा समर्थक की अभद्र टिप्पणी से बड़ा बवाल मचा। खुद शैलजा ने प्रचार से दूरी बना ली। बाद में राहुल गांधी उन्हें मंच पर लाए और हुड्डा से हाथ मिलवाया। हालांकि अब भी दोनों एक साथ नहीं आए।