यूपी में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है। इस बीच हाड़ कंपाती गलन भरी पछुआ और कोहरे की चादर इस ठंड को और मारक बना रही है। रविवार को कोहरे की मोटी चादर की वजह से प्रयागराज, आगरा, गोरखपुर जैसे शहरों में दृश्यता शून्य तक सिमट गई, वहीं बरेली, कुशीनगर और वाराणसी में दृश्यता 50 मी. तक सिमट गई।
लखनऊ। यूपी में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है। इस बीच हाड़ कंपाती गलन भरी पछुआ और कोहरे की चादर इस ठंड को और मारक बना रही है। रविवार को कोहरे की मोटी चादर की वजह से प्रयागराज, आगरा, गोरखपुर जैसे शहरों में दृश्यता शून्य तक सिमट गई, वहीं बरेली, कुशीनगर और वाराणसी में दृश्यता 50 मी. तक सिमट गई। घने कोहरे की चादर की वजह से सुबह के वक्त वाहनों की आवाजाही में परेशानी हुई। सोमवार के लिए मौसम विभाग (Meteorological Department) की ओर से 30 जिलों में ठंड के बढ़ने और शीत दिवस का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं प्रदेश के 35 जिलों में घने कोहरे की चेतावनी है।
पश्चिमी यूपी में आज बूंदाबांदी के संकेत
अरब सागर (Arabian Sea) से आ रही नमी की वजह से राजधानी समेत यूपी के कई जिलों में बादलों की आवाजाही रही। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह (Atul Kumar Singh, scientist of Regional Meteorological Center, Lucknow) के मुताबिक नए पश्चिमी विक्षोभ (New Western Disturbance) के सक्रिय होने और अरब सागर से आ रही नमी की वजह से प्रदेश के मौसम में फिर से बदलाव आने वाला है। पश्चिमी यूपी में सोमवार को बूंदाबांदी के संकेत हैं। वहीं प्रदेश के तराई और दक्षिणी इलाके समेत बुंदेलखंड में घना कोहरा छाने की संभावना है। 7 दिसंबर से फिर से ठंड और कोहरे में बढ़ोतरी के संकेत हैं। रविवार को 5.5 डिग्री न्यूनतम तापमान के साथ इटावा सबसे ठंडा रहा। वहीं चुर्क में सर्वाधिक 21 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
सोमवार को शीत दिवस होने की संभावना