1. हिन्दी समाचार
  2. क्रिकेट
  3. IND vs AUS 4th Test Pitch Report: मेलबर्न में स्पिनर्स या पेसर्स में से कौन होगा असरदार? जानें- चौथे टेस्ट से पहले पिच रिपोर्ट

IND vs AUS 4th Test Pitch Report: मेलबर्न में स्पिनर्स या पेसर्स में से कौन होगा असरदार? जानें- चौथे टेस्ट से पहले पिच रिपोर्ट

IND vs AUS MCG Pitch Report: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा टेस्ट मैच मेलबर्न में खेला जाना है। यह वर्तमान में 1-1 से बराबरी पर है और दोनों टीमें मेलबर्न में जीत हासिल कर बढ़त हासिल करना चाहेगी। हालांकि, मेलबर्न में पिच की अहम भूमिका रहने वाली है। जिसके मिजाज लेकर खुलासा हो चुका है।

By Abhimanyu 
Updated Date

IND vs AUS MCG Pitch Report: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा टेस्ट मैच मेलबर्न में खेला जाना है। यह वर्तमान में 1-1 से बराबरी पर है और दोनों टीमें मेलबर्न में जीत हासिल कर बढ़त हासिल करना चाहेगी। हालांकि, मेलबर्न में पिच की अहम भूमिका रहने वाली है। जिसके मिजाज लेकर खुलासा हो चुका है।

पढ़ें :- भाजपा के पूर्व सांसद डॉ. रामविलास वेदांती के निधन पर सीएम योगी ने जताया दुख, कल दी जाएगी जल समाधि

दरअसल, मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (Melbourne Cricket Ground) के क्यूरेटर मैट पेज ने मैच से पहले सोमवार को कहा, “मुझे लगता है कि पिछले कुछ सालों में हमने जो कुछ भी किया है, उससे हम वाकई खुश हैं। हमें इसमें बदलाव करने की कोई वजह नहीं दिखती। हमने अब तक तीन बेहतरीन पिचों पर तीन शानदार टेस्ट मैच देखे हैं। इसलिए हाल के वर्षों में हमने जो किया है वैसा ही कुछ करने की कोशिश करेंगे और एक रोमांचक मुकाबले की उम्मीद है।”

मैट पेज ने कहा, “7 साल पहले पिच काफी सपाट थी। हम और अधिक रोमांचक प्रतिस्पर्था और टेस्ट मैच बनाना चाहते हैं। इसलिए अब हम पिचों पर अधिक घास छोड़ते हैं। इससे गेंदबाजों को अधिक मौका मिलता है, लेकिन नई गेंद के सॉफ्ट होने के बाद बल्लेबाजी भी अच्छी होगी। हम पिछले कुछ सालों से छह मिलीमीटर पर चल रहे हैं। हम आगे बढ़ते हुए इस पर नजर रखेंगे, लेकिन हाल ही में हम परिणामों से बहुत खुश हैं। इसलिए हमें अपना काम दोहराया है।”

हालांकि, पेज ने स्पष्ट किया कि यह पिच स्पिनर्स के लिए मददगार साबित नहीं होगी। उन्होंने कहा, “यह (पिच) टूटती नहीं है और स्पिन नहीं होता। अगर आप पिछले चार या पांच वर्षों में हमारे लंबे प्रारूप के मैचों को देखें, तो वे स्पिन की तुलना में सीम-अनुकूल अधिक रहे हैं। इसलिए मुझे यहां कोई बदलाव नहीं दिखता। हमने गेंदों की वजह से अपनी पिचों में कोई बदलाव नहीं किया है।”

पढ़ें :- नरेगा पर केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, विकसित भारत-रोजगार और आजीविका मिशन पर विधेयक करेगी पेश
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...