India Mobile Congress 2024 (IMC 2024) का उद्धाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार को किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने भारत में संचार क्रांति के क्षेत्र में हाल के साल में हुई प्रगति को काफी अहम बताया है।
नई दिल्ली। India Mobile Congress 2024 (IMC 2024) का उद्धाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार को किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने भारत में संचार क्रांति के क्षेत्र में हाल के साल में हुई प्रगति को काफी अहम बताया है। उन्होंने कहा कि पिछले दस साल में भारत में मोबाइल और इंटरनेट के क्षेत्र में बड़ी क्रांति आई है। 5G ने कायापलट दिया है। हम जल्द ही 6G पर भी काम करने जा रहे हैं।
Speaking at inauguration of the International Telecommunication Union – WTSA and India Mobile Congress.https://t.co/Y0SLvT9rAc
— Narendra Modi (@narendramodi) October 15, 2024
इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 (India Mobile Congress 2024) के उद्धाटन के मौके पर उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में भारत की मोबाइल और टेलीकॉम यात्रा पूरी दुनिया के लिए विशेष रुचि का विषय बन चुकी है। उन्होंने कहा कि आज की तारीख में भारत में 120 करोड़ मोबाइल यूजर्स हो चुके हैं, 95 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हो चुके हैं। यह आंकड़ा काफी अहम है। पूरी दुनिया का ध्यान भारत ने खींचा है। यह देश की अहम उपलब्धि है।
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने कहा कि आज भारत मे टेलीकॉम के क्षेत्र में जो प्रगति की है, वह अकल्पनीय है। उन्होंने कहा कि आज का ये आयोजन काफी अहम है। स्टैंडर्ड और सर्विस का संगम है। आईटीयू और इंडिया मोबाइल कांग्रेस का एक मंच पर आना समय की मांग है और एक क्रांतिकारी पहल भी। उन्होंने कहा कि भारत ने हजारों साल से वसुधैव कटुंबकम का संदेश दिया है। संचार क्षेत्र में उपलब्धि आज के भारत का मिशन है। भारत दुनिया में प्रगति की राह प्रशस्त कर रहा है।
लोकल और ग्लोबल का मेल
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब लोकल और ग्लोबल का मेल होता है तो दुनिया को नया लाभ मिलता है। टेलीकॉम और संपर्क के क्षेत्र में भारत का मॉडल कुछ अलग रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में हमने टेलीकॉम को सिर्फ कॉनेक्टिविटी का नहीं, बल्कि इक्विटी और ऑपरचुनिटी का माध्यम बनाया है।ये माध्यम आज गांव और शहर, अमीर और गरीब के बीच की दूरी को मिटाने में मदद कर रहा है। पिछले दस साल में डिजिटल इंडिया अभियान से शानदार कामयाबी मिली है।
सिल्क रूट से लेकर टेक्नोलॉजी रूट तक
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने कहा कि आज का भारत दुनिया को विवादों से बाहर निकालकर संपर्क कराने में जुटा है। उन्होंने कहा कि प्राचीन सिल्क रुट से लेकर आज के टेक्नोलॉजी रुट तक भारत का हमेशा एक ही मिशन रहा है- दुनिया को संपर्क करना और प्रगति के नए रास्ते खोलना। उन्होंने कहा कि इस लिहाज से आज का WTSA और IMC की ये साझेदारी प्रेरणा पथ दिखाने वाली है।
IMC 2024 की वेबसाइट पर लिस्टेड डिटेल्स के मुताबिक, इस इवेंट में बड़े नेता और कई बड़े बिजनेसमेन शामिल रहेंगे। इसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, रिलायंस जियो के चेयरपर्सन आकाश अंबानी, भारती एंटरप्राइसेस के फाउंडर और चेयरमैन सुनील मित्तल और आदित्य बिड़ला ग्रुप के कुमार एम बिड़ला का नाम शामिल है।
PM @narendramodi Ji inaugurates the India Mobile Congress (IMC) 2024 at Bharat Mandapam, New Delhi. pic.twitter.com/vB9eV5PvGh
— DoT India (@DoT_India) October 15, 2024
IMC 2024 के दौरान कई लेटेस्ट इनोवेशन, AI और 6G डेवलपमेंट के अपडेट आदि की जानकारी मिलेगी। इस दौरान टेलीकॉम स्टेकहोल्डर्स भी मौजूद थे। India Mobile Congress की वेबसाइट पर बताया है कि यहां सेटेलाइट कम्युनिकेशन, 5G और 6G, Deep Tech, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रोनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के बारे में अपडेट दिया जाएगा। यहां क्लीन टेक और डेटा सिक्योरिटी जैसे टॉपिक पर भी जानकारी मिलेगी।
6G डेवलपमेंट का अपडेट
IMC 2024 के दौरान कंपनियां 6G डेवलपमेंट के बारे में जानकारी शेयर कर सकती हैं. यहां 5G को लेकर भी डेमो जॉन मौजूद रहेंगे। इस इवेंट में टेलीकॉम कंपनियां और स्पेक्ट्रम फर्म बढ़सर हिस्सा लेती हैं।
सेटेलाइट कम्युनिकेशन पर मिलेगा अपडेट
IMC 2024 की वेबसाइट पर सेटेलाइट कम्युनिकेशन का टॉपिक लिस्टेड है। भारत में मोबाइल के लिए सेटेलाइट कम्युनिकेशन का फीचर मौजूद नहीं है, जिसे आम आदमी इस्तेमाल कर सकेंगे। दरअसल, अमेरिका समेत कई देशों में आम लोगों के लिए सेटेलाइट कम्युनिकेशन का फीचर मौजूद हैं, जिसे यूजर्स Apple iPhone की मदद इस्तेमाल कर सकते हैं। इस फीचर्स की मदद से कई लोगों की जान तक बचाई जा चुकी है।
Apple iPhone में सेटेलाइट SOS का फीचर है, जिसकी मदद से यूजर्स इमजरजेंसी में बिना इंटरनेट और बिना नेटवर्ट के भी कम्युनिकेट कर सकते हैं। हालांकि उन देशों में iPhone के लिए सेटेलाइट कम्युनिकेशन की सुविधा मौजूद होनी चाहिए।