इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग के बाद खाड़ी देशों में उसके सैनिकों पर ईरान समर्थकों के ड्रोन हमलों के बाद अमेरिका एक्सन में आ गया है।
Iran Usa Tension : इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग के बाद खाड़ी देशों में उसके सैनिकों पर ईरान समर्थकों के ड्रोन हमलों के बाद अमेरिका एक्सन में आ गया है। US ने अपने सबसे सफल फाइटर जेट एफ-16 को खाड़ी देशों में तैनात किया है। अमेरिका इससे पहले अपने दो न्यूक्लियर एयरक्राफ्ट कैरियर और कई वॉरशिप को इजरायल के नजदीक भूमध्य सागर में तैनात किया था।
अमेरिकी सैनिकों पर हुए हमले
खबरों के मुताबिक, अमेरिका गाजा में बढ़ रहे तनाव के बीच अपने सैनिकों की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक और अचूक हथियारों की तैनाती कर रहा है। इजरायल और हमास युद्ध के बीच अमेरिका ने 2 हजार सैनिकों को भी इजरायल भेजा है। वह पैट्रियाट मिसाइल डिफेंस सिस्टम और थॉड को भी खाड़ी देशों में तैनात कर चुका है। इजरायल और हमास जंग के बाद ईरान समिर्थित मिलिशिया गुट ने कई बार अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाया है। यह हमले इराक और सीरिया में अंजाम दिये गए हैं।
सैनिकों से तैयार रहने के लिए कहा
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा कि इन हमलों में ईरान सरकार और सेना का समर्थन हासिल है। पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि इन हमलों को देखते हुए हमने अपने सबसे घातक परमाणु एयरक्राफ्ट कैरियर और थॉड को बड़ी मात्रा में इलाके में तैनात किया है। अमेरिका ने इस बीच अपना सबसे खतरनाक लड़ाकू विमान भी यहां तैनात कर दिया है। यहीं नहीं अमेरिका ने किसी भी स्ठिति में सैनिकों से तैयार रहने के लिए कहा है। पेंटागन के स्पोक्सपर्सन ब्रिगेडियर जनरल पैट रायडर ने कहा कि अमेरिका इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार को भी समर्थन दे रहा है।