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हाल के दिनों में काफी बढ़ा इस्लामोफोबिया, भारत जितना भागवत और मोदी का उतना मदनी का भी : जमीयत उलेमा-ए-हिंद

जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema E Hind ) के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी (Chief Mahmood Madani) ने एक बार फिर विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरी है। मदन ने कहा है कि मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि भारत जितना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Modi)और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (Bhagwat) का है उतनी ही मदनी का भी है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema E Hind )के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी (Chief Mahmood Madani) ने एक बार फिर विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरी है। मदन ने कहा है कि मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि भारत जितना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Modi)और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (Bhagwat) का है उतनी ही मदनी का भी है। दिल्ली के रामलीला मैदान में जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema E Hind ) के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी (Chief Mahmood Madani) ने दावा किया कि मुस्लिमों के खिलाफ नफरत और उकसावे के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हाल के दिनों में इस्लामोफोबिया (Islamophobia) काफी बढ़ गया है।

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बता दें कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema E Hind ) का 34वां अधिवेशन चल रहा है। इसमें जमीयत के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी (Chief Mahmood Madani)  ने कहा कि समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) सिर्फ मुसलमानों का मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित करना चाहते हैं कि देश की अखंडता सुनिश्चित होनी चाहिए और देश की सकारात्मक छवि कैसे निर्मित की जाए?

हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ बने कानून

मदनी के कहा कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा भड़काने वालों को सजा देने के लिए अलग कानून बनना चाहिए। साथ ही मदनी ने कहा कि इस्लाम भारत में बाहर से नहीं आया है। मदनी ने कहा कि भारत देश जितना नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) का है, उतनी ही ये देश महमूद का भी है।

भारत को बताई पैगंबर की जमीन

महमूद मदनी (Mahmood Madani)ने कहा कि इस धरती की खासियत ये है कि ये खुदा के सबसे पहले पैगंबर अबुल बसर सैयद अला आदम अली की सरजमीं है। आप यहीं तशरीफ़ लाए, ये धरती इस्लाम की जाए-ए-पैदाइश है। भारत मुसलमानों का पहला वतन है। इसलिए यह समझना गलत है कि इस्लाम भारत में बाहर से आया है।

इस्लाम को बताया सबसे पुराना मजहब

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मदनी ने कहा कि इस्लाम भारत का ही मजहब है और सारे मजाहिद और सारे धर्मों में सबसे पुराना मजहब है। इस्लाम के आखिरी पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम इसी दीन को मुकम्मल करने के लिए तशरीफ लाए थे। इसलिए मैं कहता हूं कि भारत हिंदी मुसलमानों के लिए के लिए वतनी और दीनी दोनों हैसियतों से सबसे अच्छी जगह है। जमीयत का महाधिवेशन उसके अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी (Chief Mahmood Madani)  की अध्यक्षता में रामलीला मैदान में शुरू हुआ। महाधिवेशन का पूर्ण सत्र रविवार को आयोजित होगा।

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