यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) के तरफ से महाकुंभ भगदड़ की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग (Three Member Judicial Commission) शुक्रवार को प्रयागराज पहुंच गया है।
प्रयागराज। यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) के तरफ से महाकुंभ भगदड़ की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग (Three Member Judicial Commission) शुक्रवार को प्रयागराज पहुंच गया है। आयोग की अध्यक्षता इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार (Retired Justice Harsh Kumar) कर रहे हैं, जबकि अन्य सदस्य पूर्व पुलिस महानिदेशक वी.के. गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डी.के. सिंह हैं। एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बताया कि आयोग संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर रहा है और दिन में घटनास्थल का दौरा भी कर सकता है।
महाकुंभ हादसे की जांच शुरू करने के साथ ही न्यायिक आयोग (Judicial Commission) ने अपना काम तेज़ी से शुरू कर दिया है। अधिकारी ने यह भी बताया कि आयोग को एक महीने का समय दिया गया है, लेकिन यह तेजी से अपनी जांच पूरी करेगा। पुलिस के मुताबिक, यह हादसा उस वक्त हुआ जब भीड़ ने बैरिकेड तोड़कर दूसरी तरफ घाट पर बैठे लोगों को कुचलते हुए आगे बढ़ गई। इस घटना में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 लोग घायल हो गए।
मुख्य सचिव और डीजीपी भी कर चुके हैं मुआयना
सीएम योगी (CM Yogi) के निर्देश पर गुरुवार को यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार (UP DGP Prashant Kumar) और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह (Chief Secretary Manoj Kumar Singh) ने महाकुंभ नगर का दौरा किया। दोनों अधिकारियों ने मेला क्षेत्र में एक वॉच टावर पर पहुंचकर भगदड़ के बाद की स्थिति की समीक्षा की और आगामी अमृत स्नान के लिए की गई तैयारियों का भी जायजा लिया। मुख्य सचिव ने इस दौरान कहा कि अब हमें बसंत पंचमी (Basant Panchami) के अमृत स्नान को शून्य त्रुटि वाला आयोजन बनाना है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिन स्थलों पर ज्यादा भीड़ होगी, वहां अधिक से अधिक अधिकारी और सुरक्षाबल तैनात किए जाएं। इसके अलावा, जिले की सीमा पर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों की तैनाती की भी सलाह दी गई।