हिंदी पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह वर्ष् का तीसरा महीना होता है। इस माह का शुभारंभ ज्येष्ठ पूर्णिमा के अगले दिन होती है। घरेलू बोलचाल में इसे जेठ का महीना भी कहते हैं। ज्येष्ठ माह में भगवान सूर्य देव, जल देव, शनि देव और हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व माना गया है।
Jyeshtha Month 2024 : हिंदी पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह वर्ष् का तीसरा महीना होता है। इस माह का शुभारंभ ज्येष्ठ पूर्णिमा के अगले दिन होती है। घरेलू बोलचाल में इसे जेठ का महीना भी कहते हैं। ज्येष्ठ माह में भगवान सूर्य देव, जल देव, शनि देव और हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। इस माह दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। पंचांग के अनुसार जेठ महीने में दिन में नहीं सोना चाहिए। ऐसा करने वाले व्यक्ति को तमाम तरह के रोग घेरते हैं। ज्येष्ठ के महीने मसालेदार चीज का सेवन नहीं करना चाहिए और दिन में एक बार भोजन करने का प्रयास करना चाहिए। लहसुन, राई के अलावा गर्म चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि यदि इस माह में जल का दान किया जाए तो सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है।
ज्येष्ठ माह 2024
वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि के अनुसार ज्येष्ठ माह की शुरुआत होती है और इस साल ज्येष्ठ माह 24 मई 2024 से शुरू हो रहा है। इसका समापन 23 जून 2024 को होगा।
ज्योतिष शास्त्र में ज्येष्ठ माह का महत्व
ज्येष्ठ माह के स्वामी मंगल ग्रह हैं और ज्योतिष शास्त्र में उन्हें साहस का प्रतीक माना गया है। मंगल का सीधा संबंध हनुमान जी हैं, ऐसे में ज्येष्ठ माह में हनुमान जी की पूजा करना बहुत ही शुभ माना गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ माह के मंगलवार के दिन ही भगवान श्रीराम जी पहली बार हनुमान जी से मिले थे। इसलिए इस माह आने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है और इस दिन यदि हनुमान जी का पूजन किया जाए तो भक्तों पर भगवान राम अपनी कृपा बरसाते हैं।