अभी हाल में ही पटना में बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेन्द्र शास्त्री की कथा वाचन का कार्यक्रम हुआ था। इस दौरान खूब जनसैलाब उमड़ा था। बााबा बागेश्वर के भक्तों की कमी नहीं है।
Kaise Lagaye Bageshwar Baba ke Pas Arzi: अभी हाल में ही पटना में बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेन्द्र शास्त्री (Baba Dhirendra Shastri of Bageshwar Dham) की कथा वाचन का कार्यक्रम हुआ था।
इस दौरान खूब जनसैलाब उमड़ा था। बााबा बागेश्वर के भक्तों की कमी नहीं है। बाबा के चाहने वाले अपनी समस्या के समाधान के लिए अर्जी लगाते है। क्या आप जानते हैं बाबा बागेश्वर के पास अपनी अर्जी कैसे लगा सकते है। तो चलिए फिर बताते है अर्जी लगाने का तरीका।
बालाजी का प्रसिद्ध मंदिर है
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के खजुराहो पन्ना रोड पर स्थित गंज नाम के छोटे से कस्बे से सड़क मार्ग के जरिए करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर बागेश्वर धाम स्थित है। यहां बालाजी का प्रसिद्ध मंदिर है।
बागेश्वर धाम में धीरेंद्र शास्त्री ( Dhirendra Shastri of Bageshwar Dham) से समस्याओं का समाधान पाने के लिए पहले अर्जी लगाई जाती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जो व्यक्ति अर्जी लगाना चाहता है उसे एक नारियल बांधकर बागेश्वर धाम के परिसर में रखना होता है।
बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के लिए सबसे पहले आपको धाम से टोकन लेना होगा जिसके लिए आपको बागेश्वर धाम जाना होगा। बागेश्वर धाम में टोकन एक महीने में किसी एक खास तारीख को दिया जाता है।
लाल वस्त्र तथा नारियल को लेकर अर्जी को बांधना होता है
जिसमें महीने भर की टोकन वितरित किए जाते है। उस दिन आपको सबसे पहले बागेश्वर धाम पहुंच होगा। बागेश्वर धाम में पहुंचने के बाद आपको सबसे पहले लाल वस्त्र तथा नारियल को लेकर अर्जी को बांध देना है।
इसके बाद आपको टोकन ले लेना है। यदि आप अपने घर पर अर्जी लगाकर चार दिन तक गृहस्थ जीवन व्यतीत करते है और “ॐ बगेश्वराय नमः” माला करते है तो अर्जी स्वीकारने पर परिवार के किसी भी सदस्य को लगातार दो दिनों तक सपने में बंदर दिखाई लेगे।
अर्जी के लिए साथ में चढ़ाना होता है नारियल और…
अलग अलग समस्या के लिए अलग अलग रंग का कपड़ा चढ़ाया जाता है। अगर कोई व्यक्ति सामान्य समस्या के लिए अर्जी लगाना चाहता है तो उसे लाल कपड़े में नारियल बांधना होता है।
भूत-प्रेत से जुड़ी अर्जी के लिए नारियल को काले कपड़े में और शादी-विवाह से जुड़े समस्या के लिए नारियल को पीले कपड़े में बांधकर रखना होता है। अगर अर्जी लग जाती है तो बागेश्वर धाम में पेशी के लिए जाना होता है।
बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के दरबार में जब किसी की अर्जी लगती है तो धीरेंद्र शास्त्री खुद व्यक्ति को बताते हैं कि उसे कितनी पेशी की आवश्यकता है। हालांकि यहां बड़ी संख्या में देश के कोने-कोने से भक्त पहुंचते हैं। अर्जी लगना इतना आसान नहीं होता है।