Kisan Andolan 2.0 Update : एक बार फिर देश के किसान संगठन (Farmers Organization) विभिन्न मांगों को लेकर सड़क पर उतर चुके हैं। इन संगठनों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच का एलान किया था और जिसके बाद बड़ी तादाद में किसान अपनी मांगों को लेकर पंजाब से दिल्ली की तरफ चल पड़े हैं। पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर (Punjab-Haryana Shambhu Border) समेत कई जगहों पर किसानों को रोके जाने के दौरान उनकी और पुलिस में टकराव की स्थिति भी उत्पन्न हुई है। इसी बीच किसानों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सरवन सिंह पंढेर समेत कई किसान नेता शंभू बॉर्डर पर 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
Kisan Andolan 2.0 Update : एक बार फिर देश के किसान संगठन (Farmers Organization) विभिन्न मांगों को लेकर सड़क पर उतर चुके हैं। इन संगठनों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच का एलान किया था और जिसके बाद बड़ी तादाद में किसान अपनी मांगों को लेकर पंजाब से दिल्ली की तरफ चल पड़े हैं। पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर (Punjab-Haryana Shambhu Border) समेत कई जगहों पर किसानों को रोके जाने के दौरान उनकी और पुलिस में टकराव की स्थिति भी उत्पन्न हुई है। इसी बीच किसानों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सरवन सिंह पंढेर समेत कई किसान नेता शंभू बॉर्डर पर 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
जानकारी के मुताबिक, किसान के संगठनों के नेताओं और सरकार के बीच बातचीत गुरुवार को तीसरे दौर की बात होनी है। जिसको लेकर पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंढेर (Sarwan Singh Pandher) ने कहा कि हमारी आज केंद्रीय मंत्रियों के साथ मीटिंग है और हम चाहते हैं कि पीएम मोदी उनसे बातचीत करें ताकि हम अपनी मांगों के समाधान तक पहुंच सकें या फिर हमें दिल्ली में शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति दी जाए. हम पॉजिटिव मूड के साथ आज की मीटिंग में जा रहे हैं और हमें विश्वास है कि मीटिंग के बाद सकारात्मक परिणाम आएंगे।
दूसरी तरफ, शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव को लेकर किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी (Farmer leader Gurnam Singh Chaduni) ने सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसान आंदोलन कर रहे हैं। पुलिस आंसू गैस के गोले और प्लास्टिक की गोलियां चला रही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार संयम से काम ले। किसानों को न उकसाए कहीं ऐसा ना हो कि अगला कदम सरकार को संभालना मुश्किल हो जाए।
चढ़ूनी ने आगे कहा कि यह मामला बातचीत से सुलझाना चाहिए। कोई भी मांग गलत नहीं है। किसानों के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है जैसे वह कोई विदेशी हो। जैसे वह किसी सीमा पर खड़े हो। गोले पे गोले दागे जा रहे है किसानों पर।