HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Loksabha Election 2024 : कैसरगंज सीट से बृजभूषण के बेटे करण भूषण​ सिंह हो सकते हैं प्रत्याशी, बीजेपी जल्द कर सकती है एलान

Loksabha Election 2024 : कैसरगंज सीट से बृजभूषण के बेटे करण भूषण​ सिंह हो सकते हैं प्रत्याशी, बीजेपी जल्द कर सकती है एलान

यूपी की कैसरगंज लोकसभा सीट (Kaiserganj Lok Sabha Seat) पर भाजपा के उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस खत्म होने वाला है। यहां से मौजूदा सांसद बृज भूषण शरण सिंह (MP Brij Bhushan Sharan Singh) चुनाव नहीं लड़ेंगे। भाजपा ने उनके छोटे बेटे करण भूषण को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

बहराइच। यूपी की कैसरगंज लोकसभा सीट (Kaiserganj Lok Sabha Seat) पर भाजपा के उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस खत्म होने वाला है। यहां से मौजूदा सांसद बृज भूषण शरण सिंह (MP Brij Bhushan Sharan Singh) चुनाव नहीं लड़ेंगे। भाजपा ने उनके छोटे बेटे करण भूषण को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अभी कुछ घंटे बाद ही करण भूषण (Karan Bhushan) के नाम का एलान कर सकता है।

पढ़ें :- 'अब भाजपा भी जाने वाली है...,' बांदा में बसपा सुप्रीमो मायावती का बड़ा दावा

बीजेपी टिकट का आश्वासन मिलने के बाद करन भूषण (Karan Bhushan)  ने अपने पिता व वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह (MP Brij Bhushan Sharan Singh)  से आशीर्वाद लिया और उनके पैर छुए। आशीर्वाद लेने के दौरान बृजभूषण ने अपने समर्थकों से करण भूषण सिंह (Karan Bhushan Singh) को प्रत्याशी बनाए जाने की बात बताई और क्षेत्र में प्रचार करने की बात कही। करन भूषण  (Karan Bhushan) शुक्रवार सुबह 11.00 बजे नामांकन दाखिल करेंगे।

पढ़ें :- कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी इन्होंने हमेशा बंटवारे की राजनीति की है : सीएम योगी

कैसरगंज लोकसभा सीट (Kaiserganj Lok Sabha Seat) पर बृजभूषण की मजबूत पकड़ है। ऐसे में पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा उनके किसी परिजन को टिकट दे सकती है। बृजभूषण खुद भी चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन महिला पहलवानों द्वारा गंभीर आरोप लगाए जाने से उनकी उम्मीदवारी खतरे में पड़ गई।

बीते दिनों सांसद बृजभूषण शरण सिंह (MP Brij Bhushan Sharan Singh)  ने बयान दिया था कि कैसरगंज का नाम हिन्दुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में महक रहा है। जहां तक टिकट की बात है तो हमारे क्षेत्र में कार्यकर्ता चैतन्य हैं, पार्टी चुप है। बरात सजी है, लेकिन दूल्हा गायब है। लेकिन मेरा दावा है कि यदि भाजपा हाईकमान एक घंटा पहले भी घोषित कर देगी तो बड़ी जीत के साथ दिल्ली पहुंचेंगे। उन्होंने कहा था कि प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व यहां के कार्यकर्ताओं की भावनाओं का ख्याल जरूर रखेगा। भाजपा ने उन्हें तो नहीं लेकिन उनके बेटे को टिकट दे दिया। कैसरगंज सीट पर नामांकन के लिए अंतिम तारीख 3 मई है।

 

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...