Puri Jagannath Temple Ratna Bhandar: ओडिशा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर (Lord Jagannath Temple) के इतिहास में आज (14 जुलाई 2024) दिन दर्ज हो गया है, जिसमें 46 साल बाद मंदिर के रत्न भंडार को खोला गया है। प्रदेश सरकार ने 12वीं सदी के इस मंदिर के रत्न भंडार को दो प्रमुख कारणों से खोलने का फैसला लिया है, जिसमें कीमती वस्तुओं की सूची बनाना और उनकी मरम्मत की जा सके।
Puri Jagannath Temple Ratna Bhandar: ओडिशा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर (Lord Jagannath Temple) के इतिहास में आज (14 जुलाई 2024) दिन दर्ज हो गया है, जिसमें 46 साल बाद मंदिर के रत्न भंडार को खोला गया है। प्रदेश सरकार ने 12वीं सदी के इस मंदिर के रत्न भंडार को दो प्रमुख कारणों से खोलने का फैसला लिया है, जिसमें कीमती वस्तुओं की सूची बनाना और उनकी मरम्मत की जा सके।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओडिशा सरकार (Odisha Government) ने जगन्नाथ मंदिर के खजाने में रखी कीमती वस्तुओं की सूची बनाने के लिए समिति गठित की है। इस समिति के अध्यक्ष न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) बिश्वनाथ रथ ने बताया कि जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार दोपहर एक बजकर 28 मिनट के बाद खोला गया। पुरी में हुई समिति की एक बैठक में यह फैसला लिया गया। समिति के सदस्यों में श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाधी (Arabinda Padhi) भी शामिल हैं।
बिश्वनाथ रथ ने आगे कहा कि 12वीं सदी के इस मंदिर के रखरखाव का काम देखने वाला भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) इस अवसर का उपयोग खजाने के मरम्मत के लिए भी करेगा। पुरी के जिला अधिकारी सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने कहा, ‘हमने रविवार (14 जुलाई 2024) को रत्न भंडार को फिर से खोलने के लिए पूरी तैयारी की थी। हमने श्री जगन्नाथ मंदिर अधिनियम के अनुसार सरकार की ओर से जारी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का सख्ती से पालन किया।’