लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल (Lucknow Mayor Sushma Kharkwal) ने कथित बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। इसके तहत उन्होंने लखनऊ के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कूड़ा के कारोबार में लगे कथित बांग्लादेशियों को बाहर करने की मांग की है।
लखनऊ। लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल (Lucknow Mayor Sushma Kharkwal) ने कथित बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। इसके तहत उन्होंने लखनऊ के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कूड़ा के कारोबार में लगे कथित बांग्लादेशियों को बाहर करने की मांग की है।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि लखनऊ में हर महीने 5 से 6 करोड़ का कूड़े का कारोबार होता है। सूत्र बताते हैं कि लखनऊ मेयर ने बांग्लादेशियों के नेक्सेस के बारे में जानकारी दी है। लखनऊ मेयर ने डीएम लखनऊ सूर्यपाल गंगवार (DM Lucknow Suryapal Gangwar) को भी पत्र लिखा है। लखनऊ कमिश्नर से भी कथित बांग्लादेशियों को लखनऊ से बाहर करने की मांग की है। बता दें कि इंदिरानगर में नगर-निगम कर्मचारियों पर हमले के बाद लखनऊ मेयर सख्त कार्रवाई का मन बना चुकी हैं।
लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल ने जिलाधिकारी लखनऊ को लिखे पत्र में 16 अक्टूबर 2023 का सन्दर्भ ग्रहण करने का उल्लेख किया है, जो शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बाग्लादेशी तथा रोहिंग्या द्वारा खाली प्लाट, सरकारी भूमि तथा रेलवे लाईन के किनारे झुग्गी-झोपड़ी डालकर अनाधिकृत रूप से कब्जा कर निवास कर रहे हैं । सभी निवासियों के वोटर आईडी एवं आधार कार्ड की जांच करवाकर आवश्यक कार्रवाई किये जाने के सम्बन्ध में है।
उन्होंने लिखा है कि लखनऊ नगर निगम सीमान्तर्गत शहर में अवैध रूप से रोहिंग्या और बाग्लादेशी घुसपैठिए बड़ी सख्या में खाली प्लाट/नालों के ऊपर एवं कॉलोनियों के आस-पास झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने की अक्सर शिकायतें प्राप्त हो रही है। रोहिंग्या और बांग्लादेशी अनाधिकृत रूप से शहर के कूड़ाघर और पड़ावघर में कूड़ा डालने का कार्य करते हैं। शहर भर में जहां खाली जगह पाते हैं कूड़ा गिराकर गन्दगी फैलाते रहते हैं, जिसके कारण शहर की सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही है। पत्र में 29 दिसंबर 2024 को इन्दिरा प्रियदर्शिनी वार्ड में रोहिंग्या और बाग्लादेशी द्वारा अराजक स्थिति उत्पन्न करते हुए नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों के सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करते हुए मारपीट की गयी, जिसमें नगर निगम के अधिकारी/कर्मचारी घायल हो गये।
उक्त प्रकरण की सूचना प्राप्त होने पर नगर निगम अधिकारियों के साथ अधोहस्ताक्षरी मौके पर ही स्थल पर पहुंची। इसके बाद जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के सहयोग से प्रभावी अभियान बताया गया। यह अत्यन्त खेद का विषय है कि रोहिंग्या एवं बाग्लादेशी अवैध रूप से बड़ी संख्या में आकर में सजाते है और उनके रहने वाले स्थान पर पानी, बिजली आदि की अवैध कनेक्शन की त्या हो जाती है। रोहिया और बंग्लादेशी के अनाधिकृत रूप से रहने के कारण शहर में अव्यवस्था फैलती ही है साथ ही साथ कानून एवं शान्ति व्यवस्था भी प्रभावित होती है। अत लखनऊ शहर के नागरिकों के भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए प्राथमिकता बंगाल का निवासी बताने वाले संदिग्ध लोगों की नागरिकता का सत्यापन करवाए, यदि सत्यापन में भारत के नागरिक नहीं पाये जाते है तो लखनऊ शहर बाहर किए जाने हेतु तत्काल कार्रवाई करने का कष्ट करें।