यूपी की राजधानी सहित देश के अधिकांश राज्यों में इस साल फरवरी का महीना बेहद गर्म रहा। तापमान में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। फरवरी के दूसरे हफ्ते की शुरुआत से पारा ऐसा चढ़ा कि, अप्रैल-मई जैसी गर्मी का एहसास करवाने लगा। लखनऊ में अधिकतम तापमान 32 डिग्री के पार चला गया।
लखनऊ। यूपी की राजधानी सहित देश के अधिकांश राज्यों में इस साल फरवरी का महीना बेहद गर्म रहा। तापमान में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। फरवरी के दूसरे हफ्ते की शुरुआत से पारा ऐसा चढ़ा कि, अप्रैल-मई जैसी गर्मी का एहसास करवाने लगा। लखनऊ में अधिकतम तापमान 32 डिग्री के पार चला गया।
हालांकि, बीच-बीच में बादलों की लुकाछिपी और हवाओं ने धूप की तपिश को कम किया। राजधानी लखनऊ में सोमवार अब तक का सबसे गर्म दिन रहा। सोमवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान में भी एक डिग्री की वृद्धि यानी 15 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड की गई। लखनऊ के आसपास के जिलों में भी तापमान लगातार बढ़ रहा है।
कानपुर, बाराबंकी, अयोध्या का भी तापमान 31-32 डिग्री सेल्सियस के करीब बना हुआ है। वहीं, वाराणसी हो या बुंदेलखंड का इलाका या फिर आगरा इन जिलों का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है। मंगलवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है।
लखनऊ में हल्की बारिश, देगी राहत
यूपी में फरवरी में पड़ रही गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। आंचलिक मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने पहले ही अनुमान जताया है कि इस बार मार्च में गर्मी पिछले कई वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ देगी। लेकिन, इस बीच राहत वाली खबर है कि, मार्च के पहले सप्ताह में प्रदेश के कई इलाकों में बारिश होने की संभावना है। बारिश की बूंदे चढ़ते तापमान से राहत दिलाएगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय होने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित आसपास के कई जिलों में हल्की-फुल्की बारिश की संभावना है। उम्मीद की जा रही है इससे लखनऊ के मौसम में भी कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है।
नया विक्षोभ एक्टिव, 2 मार्च तक बारिश
प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम केंद्र ने मौसम पूर्वानुमान में बताया कि, प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक मौसम शुष्क बने रहने की संभावना है। मंगलवार (28 फरवरी) को नया विक्षोभ एक्टिव हो रहा है। दरअसल, एक मध्यम तीव्रता वाला वेस्टर्न डिस्टर्बेंस 28 फरवरी को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र तक पहुंच जाएगा। जिससे 28 फरवरी से 2 मार्च के बीच राज्य के कई जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।
तापमान बढ़ने से किसान हलकान
मौसम में तेजी से बदलाव किसानों को भी परेशान कर रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मार्च के पहले हफ्ते में कुछ दिन भले ही गर्मी से राहत मिल जाए, लेकिन धीरे-धीरे तापमान ऊपर जएगा। महीने के अंत तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। तापमान फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। अधिक तापमान की वजह से फसलें जल्दी पक रही हैं। खासकर गेहूं की फसल प्रभावित हो रही है। आशंका जाहिर की जा रही है तापमान इस वर्ष गेहूं के उत्पादन पर विपरीत असर डाल सकती है। गर्मी की वजह से जमीन सुख गई है। जो फ़रवरी में नमी के साथ रहा करती थी। नमी गेहूं की फसल के लिए लाभदायक रहता है। लेकिन, इस बार हालात उलट है। इसलिए किसान अभी से परेशान हैं।