Doctor Hijab Controversy: सीएम नीतीश कुमार की ओर से सार्वजनिक कार्यक्रम में नवनियुक्त महिला डॉक्टर का हिजाब खींचने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। साझा विपक्ष उनकी इस हरकत की कड़ी शब्दों में आलोचना कर रहा है, लेकिन, जेडीयू ने नीतीश कुमार का बचाव करते हुए कहा है कि उनका इरादा गलत नहीं था। इस बीच, मशहूर लेखा और फिल्मकार जावेद अख्तर ने भी इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
Doctor Hijab Controversy: सीएम नीतीश कुमार की ओर से सार्वजनिक कार्यक्रम में नवनियुक्त महिला डॉक्टर का हिजाब खींचने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। साझा विपक्ष उनकी इस हरकत की कड़ी शब्दों में आलोचना कर रहा है, लेकिन, जेडीयू ने नीतीश कुमार का बचाव करते हुए कहा है कि उनका इरादा गलत नहीं था। इस बीच, मशहूर लेखा और फिल्मकार जावेद अख्तर ने भी इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
पर्दा प्रथा के कड़े आलोचक रहे जावेद अख्तर ने इस मामले में सीएम नीतीश कुमार की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि सीएम को उस महिला से मांगनी चाहिए। अख्तर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “जो लोग मुझे थोड़ा-बहुत भी जानते हैं, वे जानते हैं कि मैं पर्दे के पारंपरिक कॉन्सेप्ट के कितना खिलाफ हूं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं किसी भी तरह से यह मान लूं कि श्री नीतीश कुमार ने एक मुस्लिम महिला डॉक्टर के साथ जो किया है, वह सही है। मैं इसकी कड़ी शब्दों में निंदा करता हूं। श्री नीतीश कुमार को उस महिला से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।”
Every one who knows me even in the most cursory manner knows how much I am against the traditional concept of Parda but it doesn’t mean that by any stretch of imagination I can accept what Mr Nitish Kumar has done to a Muslim lady doctor . I condemn it in very strong words . Mr…
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) December 18, 2025
जेडीयू ने दी सफाई
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने और विवाद बढ़ने पर बिहार सरकार में मंत्री जमा खान ने सफाई देते हुए कहा था कि विपक्ष के और मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग हमारे नेता को बदनाम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे नेता को लोग बोल रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि देश में बेटियों का सबसे ज्यादा सम्मान हमारे नेता ने किया है। वह उस बेटी को सम्मान और प्यार से हिजाब हटाने के लिए बोल रहे थे, जिससे समाज और दुनिया उसकी कामियाबी के बाद उनके चेहरे को देखे। वहीं विपक्ष के लोग जो नीतीश कुमार को बोल रहे हैं, उनकी मानसिकता पर सवाल खड़े कर रहे हैं, ये उनकी सोच है।