महाराष्ट्र की राजनीति में बुधवार का दिन बहुत बड़ा था। महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने 16 विधायकों की आयोग्ता मामले में बड़ा फैसला सुनाया। उन्होंने शिंदे गुट को ही असली शिवसेना माना। साथ ही 16 विधायकों को अयोग्य करार देने की मांग वाली याचिका भी खारिज कर दी। स्पीकर के इस फैसले के बाद वार-पलटवार शुरू हो गया है।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में बुधवार का दिन बहुत बड़ा था। महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने 16 विधायकों की आयोग्ता मामले में बड़ा फैसला सुनाया। उन्होंने शिंदे गुट को ही असली शिवसेना माना। साथ ही 16 विधायकों को अयोग्य करार देने की मांग वाली याचिका भी खारिज कर दी। स्पीकर के इस फैसले के बाद वार-पलटवार शुरू हो गया है।
उद्धव ठाकरे ने इस मामले में कहा कि] स्पीकर का आज जो आदेश आया है, वह लोकतंत्र की हत्या है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी अपमान है। हम इस लड़ाई को आगे भी लड़ेंगे और हमें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है। सुप्रीम कोर्ट जनता और शिवसेना को पूरा न्याय दिए बिना नहीं रुकेगा। इसके साथ ही संजय राउत ने कहा कि, आज का फैसला कोई न्याय नहीं है ये एक षड्यंत्र है, हम सुप्रीम कोर्ट जरूर जाएंगे। हमारी लड़ाई न्यायालय में जारी रहेगी।
इसके साथ ही शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा, मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हूं। हमने सुना था ‘वही होता है जो मंजूर-ए-खुदा’ होता है। 2014 के बाद एक नई परंपरा शुरू हुई है ‘वही होता है जो मंजूर-ए-नरेंद्र मोदी और अमित शाह होता है’। यही हम महाराष्ट्र में होते हुए देख रहे हैं, जिस चीज़ को सुप्रीम कोर्ट ने ‘अवैध’ और ‘असंवैधानिक’ कहा था, उसे वैध करने का काम हो रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।