पश्चिम बंगाल विधानसभा (West Bengal Assembly) में बुधवार को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) में कथित अनियमितताओं के खिलाफ राज्य की ममता बनर्जी सरकार (Mamata Banerjee Government) द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर चर्चा के बाद इसे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा (West Bengal Assembly) में बुधवार को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) में कथित अनियमितताओं के खिलाफ राज्य की ममता बनर्जी सरकार (Mamata Banerjee Government) द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर चर्चा के बाद इसे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। हालांकि, राज्य में मुख्य विपक्षी दल भाजपा (BJP) ने इसे लेकर कड़ा विरोध किया दर्ज कराया है।
वहीं, प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए राज्य के संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय (Parliamentary Affairs Minister Shobhandev Chattopadhyay) ने नीट में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाते हुए इसे आजाद भारत में शिक्षा क्षेत्र का सबसे बड़ा घोटाला (Biggest Scam in the Education Sector) बताया है।
भाजपा ने किया विरोध
भाजपा विधायक शंकर घोष (BJP MLA Shankar Ghosh) ने प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि नीट मामले में तृणमूल को चर्चा करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, क्योंकि शिक्षा क्षेत्र में सबसे बड़ा घोटाला ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के शासनकाल में बंगाल में हुआ है। इस सत्र में तृणमूल तीन नए आपराधिक कानूनों को लागू करने में जल्दबाजी के खिलाफ भी शुक्रवार को प्रस्ताव लाएगी।