उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के पास निर्माणाधीन पुलिस चौकी को लेकर चल रहे विवाद पर शिया धर्मगुरु मौलाना जावेद हैदर जैदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस पहल का समर्थन करते हुए इसे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने का एक अहम कदम बताया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के पास निर्माणाधीन पुलिस चौकी को लेकर चल रहे विवाद पर शिया धर्मगुरु मौलाना जावेद हैदर जैदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस पहल का समर्थन करते हुए इसे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने का एक अहम कदम बताया है।
मौलाना का समर्थन
मौलाना जावेद हैदर जैदी ने कहा,कि किसी भी क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पुलिस चौकी का निर्माण आवश्यक है। इस पर सवाल उठाना अनुचित है और समाज में गलत संदेश देता है। उन्होंने संविधान का पालन करने और सभी समुदायों के बीच सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
पुलिस की निष्पक्षता पर जोर
हाल ही में संभल के एक पुलिस अधिकारी द्वारा धार्मिक आयोजन में गदा लेकर जय बजरंगबली के नारे लगाने की घटना को मौलाना ने अनुचित बताया। उन्होंने कहा, कि पुलिस का काम सभी धर्मों के प्रति समान दृष्टिकोण रखना है। इस प्रकार की गतिविधियां समाज में भेदभाव और असंतुलन को बढ़ावा दे सकती हैं। पुलिस को अपनी भूमिका में निष्पक्षता बनाए रखनी चाहिए।
सनातन बोर्ड पर भी प्रतिक्रिया
मौलाना ने वक्फ बोर्ड और प्रस्तावित सनातन बोर्ड को लेकर कहा, कि यदि हिंदू समाज को अपनी संपत्तियों और अधिकारों की रक्षा के लिए सनातन बोर्ड की जरूरत महसूस होती है, तो इसे बनाने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। यह कदम सभी समुदायों को उनके अधिकारों की सुरक्षा के प्रति आश्वस्त करेगा।
साम्प्रदायिक सौहार्द का संदेश
मौलाना ने देशवासियों से अपील की कि वे संविधान का सम्मान करें और साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखें। उन्होंने कहा, “भारत सभी धर्मों और समुदायों के लिए समान है। हमें विवादों को बढ़ाने के बजाय शांति और भाईचारे पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
मौलाना जावेद हैदर जैदी ने संभल में पुलिस चौकी निर्माण का समर्थन करते हुए इसे कानून-व्यवस्था के हित में आवश्यक कदम बताया है। उनके बयान ने धर्मनिरपेक्षता और संवैधानिक मूल्यों को प्राथमिकता देते हुए समाज में एकता और शांति बनाए रखने का संदेश दिया है।