HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. Mokshada Ekadashi 2021:‘मोक्षदा एकादशी’ का व्रत रखने से सब पापों का होता है नाश, जानिए व्रत के नियम

Mokshada Ekadashi 2021:‘मोक्षदा एकादशी’ का व्रत रखने से सब पापों का होता है नाश, जानिए व्रत के नियम

भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने के लिए भक्तगण एकादशी का व्रत रखते है। हिंदू धर्म में एकादशी व्रत की बहुत महिमा बतायी गई है।

By अनूप कुमार 
Updated Date

Mokshada Ekadashi 2021: भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने के लिए भक्तगण एकादशी का व्रत रखते है। हिंदू धर्म में एकादशी व्रत की बहुत महिमा बतायी गई है।मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन मोक्षदा एकादशी मनाई जाएगी।मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति के लिये मोक्षदा एकादशी का व्रत किया जाता है। इस बार मोक्षदा एकादशी 14 दिसंबर की पड़ रही है। इस दिन ही गीता जयंती भी मनाई जाएगी। इस दिन व्रत रखने से भगवान विष्णु प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से व्रतधारी का दुर्भाग्य दूर होकर उसे सौभाग्य प्राप्त होता है।धन और समृद्धि आती है।

पढ़ें :- Mahakumbh 2025: हर 12 साल में ही क्यो होता है महाकुंभ, कैसे हुई इसकी शुरुआत, क्या है इसके पीछे की कहानी

व्रत रखने वाले भक्तों पर भगवान श्री हरि कृपा बरसाते है।दिन भर व्रत रखने से भक्त को मन को शांति मिलती है। व्यक्ति निरोगी रहता है, सभी रोगों का नाश होता है।

इस व्रत में तन मन की शुद्धता का विशेष ध्यान दिया जाता है। ऐसी मान्यता है कि मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने से एक दिन पहले से ही प्याज, लहसुन, मसूर की दाल, बैंगन, जौ आदि का सेवन न करें।

मुहूर्त

मार्गशीर्ष, शुक्ल एकादशी प्रारम्भ – 09:32 पी एम, दिसम्बर 13
मार्गशीर्ष, शुक्ल एकादशी समाप्त – 11:35 पी एम, दिसम्बर 14

पढ़ें :- Makar Sankranti 2025 : आज सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं , जानें राशियों पर इसका  असर

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...