खडूर साहिब (Khadur Sahib) से सांसद अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की नई पार्टी का ऐलान कर दिया गया है। पार्टी का नाम अकाली दल वारिस पंजाब दे (Akali Dal Waris Punjab De) रखा गया है। मुक्तसर में माघी काॅन्फ्रेंस के दाैरान इसका एलान किया गया है।
नई दिल्ली। खडूर साहिब (Khadur Sahib) से सांसद अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की नई पार्टी का ऐलान कर दिया गया है। पार्टी का नाम अकाली दल वारिस पंजाब दे (Akali Dal Waris Punjab De) रखा गया है। मुक्तसर में माघी काॅन्फ्रेंस के दाैरान इसका एलान किया गया है। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) में पंजाब की खडूर साहिब (Khadur Sahib) से निर्दलीय चुनाव लड़कर अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) सांसद बना था। फिलहाल वह डिब्रूगढ़ जेल (Dibrugarh Jail) में बंद है।
नई पार्टी के लिए पांच से सात सदस्य की कमेटी बनाई गई है। कमेटी के सदस्य ही पार्टी की रूप रेखा तैयार कर उसके सिद्धातों को तय करेंगे। अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि पंजाब नशे के दलदल में धंस रहा है, धर्म परिवर्तन हो रहा है, किसानों के मुद्दे हैं और बंदी सिखों की रिहाई का मामला भी है। इन सभी मुद्दों को हम हल कराएंगे।
इतने वोटों के अंतर से दर्ज की थी जीत
खडूर साहिब लोकसभा सीट (Khadur Sahib Lok Sabha Seat) पर अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) ने 4,04,430 मतों के साथ महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की थी। चुनाव में अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा थे, जिन्हें 2,07,310 वोट मिले थे। जीत के बाद अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की पत्नी और वकील उससे मिलने डिब्रूगढ़ जेल (Dibrugarh Jail) गए थे।
अप्रैल 2023 से जेल में बंद है अमृतपाल
अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) अप्रैल 2023 से जेल में बद है। 23 फरवरी 2023 को अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के नेतृत्व में हजारों की भीड़ अमृतसर के अजनाला पुलिस स्टेशन (Ajnala Police Station) में घुस गई थी। पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ की गई थी। 18 मार्च को अमृतपाल घर से फरार हो गया। इस घटना के बाद अमृतपाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे। इसके बाद 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने उसे मोगा से गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ एनएसए (NSA) के तहत मामला दर्ज करने के बाद उसे असम की डिब्रूगढ़ जेल (Dibrugarh Jail) में भेज दिया गया। जेल से ही उसने लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीता भी था।