किसी ने सच कहा है की प्यार अंधा होता है। प्यार की कोई सीमा नहीं होती है ये कहावत एक बार फिर सच साबित हुई है। ये खबर है उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले की यहां दो मुस्लिम बहनों ने हिन्दू लड़कों से शादी रचा ली हैं। हिंदू रीति-रिवाज से जास्मीन और रुखसाना बानो स्थानीय लड़कों रामप्रवेश और सर्वेश के साथ शादी के बंधन में बंध गईं। बता दें दोनों इनके बीच काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों बहने अपना नाम बदलकर रुखसाना अब रूबी और जास्मीन चांदनी बन गई हैं। दोनों बहनो की शादी की काफी चर्चा हो रही हैं।
किसी ने सच कहा है की प्यार अंधा होता है। प्यार की कोई सीमा नहीं होती है ये कहावत एक बार फिर सच साबित हुई है। ये खबर है उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले की यहां दो मुस्लिम बहनों ने हिन्दू लड़कों से शादी रचा ली हैं। हिंदू रीति-रिवाज से जास्मीन और रुखसाना बानो स्थानीय लड़कों रामप्रवेश और सर्वेश के साथ शादी के बंधन में बंध गईं। बता दें दोनों इनके बीच काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों बहने अपना नाम बदलकर रुखसाना अब रूबी और जास्मीन चांदनी बन गई हैं। दोनों बहनो की शादी की काफी चर्चा हो रही हैं।

बता दें कि सोमवार को पड़ुआ थाना क्षेत्र के बैरिया गांव में दो मुस्लिम बहनें जास्मीन और रुखसाना बानो अपने प्रेमियों के घर पहुंच गईं. वे दोनों रविवार देर रात से वहीं मौजूद थीं और शादी की जिद पर अड़ी थीं. दोनों का गांव के ही एक ही परिवार के दो लड़कों- रामप्रवेश और सर्वेश से प्रेम संबंध था. दोनों बहनें बालिग हैं, जिसकी पुष्टि उनके शैक्षिक प्रमाणपत्रों से हुई। जानकारी के मुताबिक, रविवार की देर रात दोनों बहनें अपने घर से चुपचाप निकलीं और सीधे रामप्रवेश और सर्वेश के घर पहुंच गईं. उनके अचानक पहुंचने से पूरे गांव में सनसनी फैल गई. गांव वाले और परिवार के लोग हैरान थे कि आखिर ये कैसे हुआ. खबर फैलते ही दोनों परिवारों में हलचल मच गई और लोग इस मामले को सुलझाने के लिए इकट्ठा हुए. गांव में तनाव का माहौल बन गया था, लेकिन दोनों बहनें अपने फैसले पर अडिग थीं।

वहीं सोमवार सुबह इस मामले मामले को सॉलव करने के लिए गांव के बुजुर्गों ने पंचायत बुलाई। लोगों का मानना था कि इस मामले को और आगे न बढ़ाया जाये दोनों के फैमिली वाले मान जाये। लेकिन कोई हल नहीं निकला । क्योंकि, दोनों बहनें अपनी बात पर अड़ी रहीं कि वे अपने प्रेमियों से ही शादी करेंगी. उनकी जिद के सामने पंचायत भी नाकाम रही. जब उनकी उम्र की जांच की गई तो शैक्षिक प्रमाणपत्रों के आधार पर पता चला कि दोनों बहनें बालिग हैं। जब पंचायत में कोई बात नहीं बनी, तो दोनों बहनों और उनके प्रेमियों की खुशी के लिए हिंदू रीति-रिवाज से विवाह कराने का फैसला लिया गया. जास्मीन और रुखसाना ने अपना धर्म छोड़कर अपने प्यार को चुना. इस फैसले ने न सिर्फ दोनों परिवारों को बल्कि पूरे गांव को चौंका दिया है.