म्यांमार और थाईलैंड में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने जनधन की भारी हानि की। राहत और बचाव का कार्य जोरो पर चल रहा है। बचाव कर्मी मलबे सेको हटा रहे हैं।
Myanmar earthquake 2025 : म्यांमार और थाईलैंड में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने जनधन की भारी हानि की। राहत और बचाव का कार्य जोरो पर चल रहा है। बचाव कर्मी मलबे सेको हटा रहे हैं। भूकंप को आए 5 दिन बीत चुके है और मलबे में फंसे लोगों के जिंदा होने की संभावना भी कम होती जा रही है। इसी बीच बुधवार को म्यांमार के एक होटल के मलबे से एक शख्स को जिंदा रेस्क्यू किया गया।
खबरों के अनुसार,म्यांमार के सागाइंग में बुधवार को एक ढही हुई होटल की इमारत के मलबे से एक टीचर को जिंदा बचा लिया गया। मलबे में पांच दिनों तक अपने होटल के बिस्तर के नीचे दबे रहने वाले शिक्षक टिन माउंग ह्तवे को म्यांमार के विनाशकारी भूकंप से बचने में दो चीजों ने मदद की, स्कूल की पुरानी शिक्षाएं और उनका अपना मूत्र। जब 7.7 तीव्रता का भूकंप आया तब प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक भूकंप के केंद्र के सबसे निकटतम स्थान सागाइंग में प्रशिक्षण ले रहे थे।
47 वर्षीय शिक्षक टिन माउंग ह्तवे को दशकों पुरानी स्कूली शिक्षा याद आ गई कि यदि धरती हिलने लगे तो बिस्तर के नीचे शरण ले लो। उन्होंने कहा कि जैसे ही मैं बिस्तर के नीचे गया, पूरा होटल गिर गया और रास्ता अवरुद्ध हो गया। मैं केवल इतना ही कह सका कि ‘मुझे बचा लो’। उन्होंने कहा, ‘मैं चिल्ला रहा था मुझे बचाओ, मुझे बचाओ।’
विपत्ति् में साहस और हिम्मत से काम लेते हुए टिन माउंग ह्तवे को अपने शरीर से निकलने वाले तरल पदार्थों से अपने शरीर में आवश्यक पानी की पूर्ति करनी पड़ी।’जब उन्हें मलबे से निकाला गया तो वे बहुत कमोजर लग रहे थे। उनकी नाक में ऑक्सीजन ट्यूब लगी हुई थी और उनके शरीर में दो इंट्रावेनस ड्रिप लगी हुई थीं। उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसा लग रहा था, जैसे मैं नरक में हूं।’
शिक्षक टिन माउंग स्वाल ताव नान गेस्टहाउस में रह रहे थे। भूकंप के बाद गेस्टहाउस ईंटों और मुड़ी हुई धातु की पट्टियों के ढेर में तब्दील हो गया था, इसकी सबसे ऊपरी मंजिल का टूटा हुआ हिस्सा नीचे के अवशेषों पर टिका हुआ था और टिन माउंग ह्त्वे इन सबके नीचे ग्राउंड फ्लोर के कमरे में थे। उन्होंने बताया कि ‘मेरा शरीर बहुत गर्म हो रहा था और मुझे बस पानी की जरूरत थी। मुझे वह पानी कहीं से नहीं मिल रहा था। म्यांमार रेड क्रॉस घटनास्थल से शवों को बरामद कर रहा था और उन्हें किसी जीवित व्यक्ति के मिलने की उम्मीद नहीं थी। इसी बीच उन्होंने टिन माउंग को देखा और फिर उन्हें निकालने के लिए मलेशियाई बचाव दल को बुलाया गया।
भारी तबाही मचाई। भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 2800 से ज्यादा हो गई है, जबकि 4,639 लोग घायल हैं। साथ ही 373 लोग अभी भी लापता हैं।