लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- शरद चंद्र पवार (NCP-SCP) ने गुरुवार को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। घोषणापत्र में महिला सुरक्षा के लिए काम करने का वादा किया गया है। साथ में घोषणापत्र में एलपीजी सिलेंडर की कीमत कम करने का भी वादा किया गया है।
मुंबई। लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- शरद चंद्र पवार (NCP-SCP) ने गुरुवार को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। घोषणापत्र में महिला सुरक्षा के लिए काम करने का वादा किया गया है। साथ में घोषणापत्र में एलपीजी सिलेंडर की कीमत कम करने का भी वादा किया गया है। बता दें, पार्टी ने अपने घोषणापत्र का नाम शपथ पत्र रखा है। इस बीच, शरद पवार (Sharad Pawar) ने अमित शाह (Amit Shah) के किसानों की आत्महत्या को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार किया।
मुद्दों को संसद में उठाएंगे
घोषणापत्र को जारी करते हुए एनसीपी-एससीपी नेता जयंत पाटिल (NCP-SCP leader Jayant Patil) ने कहा कि हम आज अपना घोषणापत्र जारी कर रहे हैं। घोषणापत्र में जो मुद्दे शामिल हैं, हमारे नेता इन मुद्दों को संसद में उठाएंगे। हमारा घोषणापत्र ‘शपथ पत्र’ है। महंगाई बढ़ रही है, किसान परेशान हैं और बेरोजगारी चरम पर है।
10 सालों में एजेंसियों का दुरुपयोग
उन्होंने आगे कहा कि पिछले 10 सालों में एजेंसियों का दुरुपयोग और निजीकरण जैसे मुद्दे बढ़े हैं। इन सभी मुद्दों पर हम अपना रुख पहले ही जाहिर कर चुके हैं। हम एलपीजी गैस की कीमत, पेट्रोल और डीजल की कीमत कम करेंगे। अगर हम सत्ता में आए तो सरकारी नौकरियों में खाली जगहों को भरेंगे। हम महिला आरक्षण पर भी काम करेंगे। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कानून लाया जाएगा।’
पिछले 10 वर्षों में किसानों की आत्महत्याएं बढ़ी हैं, अमित शाह बताएं आत्महत्या रोकने के लिए क्या किया है?
बता दें कि अमित शाह (Amit Shah) के कहा था कि शरद पवार के कृषि मंत्री रहते हुए कई किसानों ने खुद की जान दे दी थी, जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इस पर शरद पवार ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में किसानों की आत्महत्याएं बढ़ी हैं। अमित शाह (Amit Shah) को पहले बताना चाहिए कि उन्होंने पिछले कुछ सालों में आत्महत्या रोकने के लिए क्या किया है?
वहीं, पीएम मोदी (PM Modi) के बयान पर शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि लोग उम्मीद करते हैं कि देश का प्रधानमंत्री जाति, धर्म, भाषा आदि से परे सभी के लिए हो। एक भाषण में उन्होंने देश में अल्पसंख्यकों को लेकर अलग रुख अपनाने की कोशिश की। चुनाव प्रचार के दौरान हम उनके पक्ष को लोगों के बीच ले जाएंगे और लोगों को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि उनके विचार से देश की एकता को ठेस पहुंच सकती है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।