ईरान ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता नरगिस मोहम्मदी को मशहद में एक स्मारक स्थल पर हिंसक रूप से हिरासत में लिया।
Narges Mohammadi : ईरान ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता नरगिस मोहम्मदी को मशहद में एक स्मारक स्थल पर हिंसक रूप से हिरासत में लिया। इससे उनके समर्थकों में भारी आक्रोश पैदा हो गया है। नरगिस के नाम पर बनी एक संस्था ने शुक्रवार को बताया कि राजधानी तेहरान से करीब 680 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित मशहद में उनको उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वे एक मानवाधिकार वकील की स्मृति सभा में शामिल होने गई थीं। बता दें कि इस वकील की हाल ही में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
उनके समर्थकों ने कहा कि यह कदम एक संवेदनशील राजनीतिक क्षण में तेहरान और पश्चिम के बीच तनाव को और गहरा करने की धमकी देता है।
53 वर्षीय मोहम्मदी 2024 के अंत से चिकित्सा अवकाश पर थीं और उन्हें वापस जेल भेजे जाने की उम्मीद नहीं थी, जहां उन्होंने उन आरोपों पर वर्षों बिताए हैं जिनकी व्यापक रूप से राजनीतिक होने के लिए निंदा की जाती है।
नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी ने मोहम्मदी की गिरफ्तारी पर “गहरी चिंता” व्यक्त की है और ईरानी अधिकारियों से उनकी तुरंत और बिना शर्त रिहाई की मांग की है।
रिपोर्ट के अनुसार, मशहद के गवर्नर हसन हुसैनी ने प्रतिभागियों को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की और इसे एक “निवारक” उपाय बताया, लेकिन उन्होंने हिंसा के दावों पर कोई टिप्पणी नहीं की और न ही गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान बताई।