ओडिशा सिर्फ एक राज्य भर नहीं है, ये भारत की विरासत का दिव्य सितारा है। ओडिशा सैकड़ों वर्षों से भारतीय सभ्यता को, हमारी संस्कृति को समृद्ध करता रहा है। इसलिए आज जब विकास और विरासत का मंत्र भारत की प्रगति का आधार बना है, तब ओडिशा की भूमिका और बड़ी हो गई है।
PM Modi Odisha Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, आज 20 जून का ये दिन बहुत विशेष है। आज ओडिशा की पहली भाजपा सरकार ने सफलता के साथ एक साल पूरा किया है। ये वर्षगांठ, सिर्फ सरकार की नहीं है, ये सुशासन की स्थापना की वर्षगांठ है। ये एक साल जनसेवा व जनविश्वास को समर्पित हैं। ये ओडिशा के करोड़ों मतदाताओं के विश्वास पर खरा उतरने के ईमानदार प्रयास का एक शानदार वर्ष है। मैं ओडिशा की जनता का, आप सभी का ह्रदय से अभिनंदन करता हूं। मैं मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन माझी जी और उनकी पूरी टीम को भी बहुत बहुत बधाई देता हूं।
उन्होंने आगे कहा, ओडिशा सिर्फ एक राज्य भर नहीं है, ये भारत की विरासत का दिव्य सितारा है। ओडिशा सैकड़ों वर्षों से भारतीय सभ्यता को, हमारी संस्कृति को समृद्ध करता रहा है। इसलिए आज जब विकास और विरासत का मंत्र भारत की प्रगति का आधार बना है, तब ओडिशा की भूमिका और बड़ी हो गई है। महाप्रभु के आशीर्वाद से श्रीमंदिर से जुड़े विषयों का समाधाान भी हो गया है। मैं मोहन जी और उनकी सरकार का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने करोड़ों भक्तों के निवेदन का मान रखा। यहां सरकार बनते ही श्रीमंदिर के चारों द्वार खोल दिए थे। श्रीमंदिर का रत्न भंडार भी खुल गया है। ये कोई राजनीतिक जय-विजय का विषय नहीं है, ये करोड़ों भक्तों की आस्था का सम्मान करने का कार्य हुआ है।
पीएम मोदी ने आगे कहा, अभी दो दिन पहले मैं G7 समिट के लिए कनाडा में था। उस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मुझे फोन किया और बड़े आग्रह के साथ निमंत्रण दिया। मैंने, अमेरिका के राष्ट्रपति से कहा, निमंत्रण के लिए आपका धन्यवाद, लेकिन मुझे तो महाप्रभु की धरती पर जाना जरूरी है। इसलिए मैंने उनका निमंत्रण विनम्रता से मना किया। आपका प्रेम मुझे महाप्रभु की धरती तक खींच लाया है। साथ ही कहा, लंबे समय तक, ओडिशा के लाखों गरीब परिवार आयुष्मान योजना से बाहर थे। आज यहां केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना और राज्य सरकार की गोपबंधु जन आरोग्य योजना दोनों चल रही हैं। जिससे यहां के करीब 3 करोड़ लोगों को मुफ्त इलाज का लाभ मिलना तय हुआ है।
2014 से पहले देश के सवा सौ से अधिक आदिवासी जिले नक्सली हिंसा की चपेट में थे। बीते वर्षों में हमने आदिवासी समाज को हिंसा से बाहर निकालकर विकास के नए पथ पर ले जाने का काम किया है। ओडिशा में तो बहुत बड़ी संख्या में जनजातीय समाज रहता है, लेकिन दुर्भाग्य से अतीत में उन्हें सिर्फ उपेक्षा मिली। लंबे समय तक जिस पार्टी ने देश पर शासन किया, उसने आदिवासियों को अपनी राजनीति के लिए इस्तेमाल किया। इन लोगों ने आदिवासी समाज को न विकास दिया न भागीदारी दी। इन लोगों ने देश के बड़े हिस्से को नक्सलवाद, हिंसा और अत्याचार की आग में धकेल दिया।