गणनायक, सिद्धि विनायक, गजानन, प्रथम पूज्य देवता अपने भक्तों पर कृपा करते है। विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश की खास पूजा अर्चना का विधान है।
Vinayaka Chaturthi 2021: गणनायक, सिद्धि विनायक, गजानन प्रथम पूज्य देवता अपने भक्तों पर कृपा करते है। विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश की खास पूजा अर्चना का विधान है। साल 2022 की अंतिम विनायक चतुर्थी आज है।आज के दिन मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की गणेश चतुर्थी व्रत है, इसे विनायक चतुर्थी कहते हैं।मंगलवार के दिन चतुर्थी होती है तो उसे अंगारकी चतुर्थी कहते हैं
आज के दिन प्रभु श्री गणेश की आराधना की जाती है। गणेश भगवान की पूजा सच्चे मन से करने पर इंसान के सारे कष्टों का अंत हो जाता है। आज विनायक चतुर्थी के अवसर आप गणपति पूजा के समय 21 दूर्वा गणेश जी को अर्पित करें। उसके बाद गणेश चालीसा का सच्चे मन से पाठ करें। पूजा के अंत में गणेश जी की आरती करें।
आज के दिन गणेश जी की पूजा में धूप, दीप, अक्षत, नैवेद्य आदि चढ़ाएं।. गणेश जी को लड्डू और दूर्वा का भोग अवश्य लगाएं। इसके बाद गणेश जी के मंत्रों और स्तुति का पाठ करें। पूजन के अंत में आरती अवश्य करें।