समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के गढ़ कहे जाने वाले रामपुर में कमल खिल गया है। कभी आजम खान के करीबी रहे घनश्याम लोधी ने वहां पर साइकिल को पंचर कर दिया। घनश्याम लोधी ने 42 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है। ऐसे में अब कहा जाने लगा है कि आजम खान के किले को भाजपा ने ढहा दिया है।
By-elections Azamgarh Rampur 2022: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के गढ़ कहे जाने वाले रामपुर में कमल खिल गया है। कभी आजम खान के करीबी रहे घनश्याम लोधी ने वहां पर साइकिल को पंचर कर दिया। घनश्याम लोधी ने 42 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है। ऐसे में अब कहा जाने लगा है कि आजम खान के किले को भाजपा ने ढहा दिया है।
इसके साथ ही आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 में सपा के लिए यहां और जयादा मुकिश्लें बढ़ सकती हैं। बता दें कि, 2019 के चुनाव में सपा के आजम खान ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। वहीं अब उनके ही गढ़ में भाजपा ने सेंध लगाकर बड़ी चुनौती दे दी है। आइए जानते हैं कौन है घनश्याम लोधी, जिसमें सपा के गढ़ में भगवा फहरा दिया।
जानिए घनश्याम लोधी का राजनीतिक सफर
बता दें कि, आजम खान के किले को ढहाने वाले घनश्याम लोधी कभी आजम खान के करीबी भी हुआ करते थे। वो दो बार एमएलसी भी रह चुके हैं। खास बात ये है कि 2016 में की वजह से ही सपा ने उन्हें एमएलसी बनाया था। इस साल ही उन्होंने भाजपा का दामन थामा था। इसके बाद उन्हें भाजपा ने रामपुर उपचुनाव में टिकट दे दिया।