यूपी की राजधानी लखनऊ के चक गंजरिया स्थित कल्याण सिंह सुपर स्पेशियालिटी कैंसर संस्थान (Kalyan Singh Super Specialty Cancer Institute) में सोमवार को ओपीडी सेवाएं (OPD Services) ठप हो गई हैं। यहां के डॉक्टर ने एसजीपीजीआई (SGPGI) के समान वेतनमान समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के चक गंजरिया स्थित कल्याण सिंह सुपर स्पेशियालिटी कैंसर संस्थान (Kalyan Singh Super Specialty Cancer Institute) में सोमवार को ओपीडी सेवाएं (OPD Services) ठप हो गई हैं। यहां के डॉक्टर ने एसजीपीजीआई (SGPGI) के समान वेतनमान समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसको लेकर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भाजपा सरकार निशाना साधते हुए कहा कि सरकार डॉक्टरों का दमन छोड़े और उन्हें उचित वेतन दे। डॉक्टर जीवन देते हैं, उनका महत्व समझा जाए।
लखनऊ के कैंसर इंस्टीट्यूट में डॉक्टरों का वेतनमान वैसे ही प्रायवेट हॉस्पिटल की तुलना में 5-6 गुना कम है और ऐसे में वेतन ₹ 1.3 लाख से घटाकर ₹ 98 हज़ार करने पर कौन अपनी सेवा देना चाहेगा। सरकार डॉक्टरों का दमन छोड़े और उन्हें उचित वेतन दे।
डॉक्टर जीवन देते हैं, उनका महत्व समझा… pic.twitter.com/IvhV0ioQ66
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 11, 2023
डॉक्टरों के इस प्रदर्शन को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव (SP chief Akhilesh Yadav) ने सोशल साइट एक्स पर फोटो साझा करते हुए लिखा कि लखनऊ के कैंसर इंस्टीट्यूट (Lucknow Cancer Institute) में डॉक्टरों का वेतनमान वैसे ही प्रायवेट हॉस्पिटल की तुलना में 5-6 गुना कम है और ऐसे में वेतन 1.3 लाख रुपये से घटाकर 98 हज़ार रुपये करने पर कौन अपनी सेवा देना चाहेगा? सरकार डॉक्टरों का दमन छोड़े और उन्हें उचित वेतन दे। डॉक्टर जीवन देते हैं, उनका महत्व समझा जाए।
बता दें कि लखनऊ स्थित चक गंजरिया स्थित कल्याण सिंह सुपर स्पेशियालिटी कैंसर संस्थान (Kalyan Singh Super Specialty Cancer Institute) में सोमवार को ओपीडी सेवाएं (OPD Services) ठप हो गई है। इस दौरान केवल इमरजेंसी सेवा ही चालू रखी गई है। यहां तैनात डॉक्टर आक्रोशित हैं। एसजीपीजीआई (SGPGI) के समान वेतनमान समेत अन्य मांगों को लेकर डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर संस्थान (Kalyan Singh Super Specialty Cancer Institute) में तैनात डॉक्टर लंबे समय से एसजीपीजीआई (SGPGI) के समान सातवें वेतनमान देने की अपील शासन से कर रहे हैं, लेकिन शासन की तरफ से उनकी इस मांग को दरकिनार किया जा रहा है।