Charanjit Singh Channi's controversial statement on surgical strike: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों के बीच संभावित युद्ध की स्थिति बनी हुई। इन हालातों के बीच पंजाब के पूर्व सीएम और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के बयान से देश की सियासत गरमा गयी है। दरअसल, कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी ने पुलवामा हमले के बाद हुए सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे हैं। जिस पर बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया है।
Charanjit Singh Channi’s controversial statement on surgical strike: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों के बीच संभावित युद्ध की स्थिति बनी हुई। इन हालातों के बीच पंजाब के पूर्व सीएम और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के बयान से देश की सियासत गरमा गयी है। दरअसल, कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी ने पुलवामा हमले के बाद हुए सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे हैं। जिस पर बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया है।
दरअसल, शुक्रवार कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई, जिसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि ‘कहते हैं पाकिस्तान में हमने सर्जिकल स्ट्राइक की। कुछ नहीं हुआ, कहीं नहीं दिखा सर्जिकल स्ट्राइक, किसी को नहीं पता चला।’ इस बाद विवाद पर चन्नी ने अपने बयान पर सफाई भी दी। हालांकि, बीजेपी ने चन्नी की बयान पर पलटवार करते बड़ा हमला बोला है। बीजेपी सांसद और प्रवक्ता संबित पात्रा ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर पाकिस्तान की सेना, सरकार और आतंकवादियों को समर्थन देने और उनका मनोबल बढ़ाने का आरोप लगाया।
संबित पात्रा ने कहा, “बैठक में प्रस्ताव पारित होने के बाद, कांग्रेस पार्टी ने एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस कॉन्फ्रेंस की अगुवाई पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और सीमावर्ती राज्य से मौजूदा सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने की। रणनीतिक रूप से, कांग्रेस ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को सीडब्ल्यूसी की बैठक के ठीक बाद आयोजित करने की योजना बनाई, जहां खड़गे प्रस्ताव के बारे में बोलेंगे, जबकि चन्नी समानांतर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, चन्नी ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद 2019 में पाकिस्तान पर भारतीय वायु सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक गलत थी और वास्तव में ऐसा कभी नहीं हुआ।”
पात्रा ने कहा, “कांग्रेस पाकिस्तान की सेना, सरकार और आतंकवादियों को समर्थन देने का कोई मौका नहीं छोड़ती। इससे उनका मनोबल लगातार बढ़ता रहता है। कांग्रेस के कार्यों को पाकिस्तान की सेना और आतंकवादियों को “ऑक्सीजन की आपूर्ति” प्रदान करने के रूप में वर्णित किया जा सकता है। उनका व्यवहार बाहर से कांग्रेस कार्य समिति (CWC) जैसा है, लेकिन अंदर से पाकिस्तान कार्य समिति (PWC) जैसा है। किसी नेता के लिए लगातार प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करने और पाकिस्तान का समर्थन करने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस करना संभव नहीं है।”
उन्होंने कहा, “आतंकवादी हमले के तुरंत बाद रॉबर्ट वाड्रा ने हिंदुत्व की आलोचना की और दावा किया कि यह हमला हिंदुत्व की शक्ति के कारण प्रतिशोध था, जिसे मुसलमान परेशान करते हैं। कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने कहा कि आतंकवादी धर्म के बारे में नहीं पूछते हैं और उनके पास ऐसे मामलों के बारे में पूछताछ करने का समय नहीं है, उन्होंने तर्क दिया कि धर्म पर ध्यान केंद्रित नहीं किया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा, “भले ही कांग्रेस पार्टी आतंकवादी हमलों को गंभीरता से न लेती हो, भले ही देश की जनता की भावनाओं का कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और गांधी परिवार द्वारा अनादर किया जाता हो, लेकिन उन्हें बार-बार देश की सेनाओं का मनोबल गिराने या लोगों की भावनाओं के साथ खेलने की आजादी नहीं है।”
चरणजीत सिंह चन्नी ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने शुक्रवार कहा था, “आज तक मुझे पता नहीं चल पाया कि (सर्जिकल) स्ट्राइक कहां हुई, उस समय लोग कहां मारे गए और पाकिस्तान में यह कहां हुआ। क्या हमें पता नहीं चलेगा कि हमारे देश में बम गिरा है? वे कहते हैं कि उन्होंने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की, कुछ नहीं हुआ, कहीं भी सर्जिकल स्ट्राइक नहीं देखी गई, किसी को पता नहीं चला। मैंने हमेशा (सबूत) मांगे हैं, लेकिन आज लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने की जरूरत है। हम उनसे मांग करते हैं कि वे कुछ करें। लोगों को बताएं कि पहलगाम आतंकवादी हमले के अपराधी कौन हैं और उन्हें सजा दें।”
हालांकि, विवाद बढ़ने पर चन्नी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा, “आज सर्जिकल (स्ट्राइक) के बारे में कुछ नहीं है। इसका सबूत नहीं मांगा जाता है, और मैं भी नहीं मांग रहा हूं। मैं जो कह रहा हूं वो ये है कि इसे (पहलगाम आतंकी हमला) भटकाने की कोशिश मत करो। ये बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है। तू इधर-उधर की बात मत कर, बता की काफिला क्यों लूटा। जिन निर्दोष पर्यटकों से उनका धर्म-देश पूछकर मारा गया, वो परिवार आज न्याय चाहते हैं। सरकार को उन्हें न्याय दिलाना चाहिए। हम हर तरह से सरकार के साथ हैं।”