कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा (Pawan Kheda) ने जोशीमठ (Joshimath) के हालात को लेकर केंद्र की मोदी सरकार (Modi government) पर सोमवार को बड़ा हमला बोला है। उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि जब शहर में जगह-जगह दरारें आ गईं, तब पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मामले का संज्ञान लिया है।
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा (Pawan Kheda) ने जोशीमठ (Joshimath) के हालात को लेकर केंद्र की मोदी सरकार (Modi government) पर सोमवार को बड़ा हमला बोला है। उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि जब शहर में जगह-जगह दरारें आ गईं, तब पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मामले का संज्ञान लिया है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा (Pawan Kheda) ने कहा कि ‘जोशीमठ में जो हो रहा है। उसकी वजह से परिवार उजड़ रहे हैं, आदि शंकराचार्य का ज्योतिमठ टूट रहा है, शिवलिंग में क्रैक आ रहे हैं, मंदिर में क्रैक आ रहे हैं, लेकिन ब्रेकिंग न्यूज बनती है कि पीएम ने संज्ञान ले लिया, जब सब कुछ ब्रेक हो गया तब ब्रेकिंग न्यूज आई कि पीएम ने संज्ञान ले लिया। लोग वहां त्राहि-त्राहि कर रहे हैं, तब सरकार ने संज्ञान लिया है।’
कांग्रेस ने कहा कि ‘ब्लास्टिंग का लोगों ने विरोध किया, तब जाकर उसे रोका गया, लोग ये मानते हैं कि टनल की ब्लास्टिंग की वजह से दरार की समस्या आई है। पीएम 6 दिन बाद संज्ञान ले रहे हैं, लेकिन उसके बाद हुआ क्या… ये हमें नहीं मालूम।
कांग्रेस ने कहा कि ‘जोशीमठ त्रासदी (Joshimath Tragedy) को राष्ट्रीय आपदा (National calamity) घोषित किया जाए। जो 5 हजार मुआवजा दिया जा रहा है, वो घिनौना मजाक है वहां के लोगों से, ये मानव रचित आपदा है सुरंग की वजह से। उसे तुरंत बंद करें और बाकी सुरंगों को भी भर दें। गहन अध्ययन के बाद ही इस तरह की मंजूरी दी जाए। चारधाम रेलवे परियोजना की कमेटी के अधिकारी ने इस्तीफा दे दिया, क्योंकि उनकी सड़कों को चौड़ा ना करने की चेतावनी को नजरअंदाज किया गया है।
जोशीमठ पर अस्तित्व का संकट
बता दें कि उत्तराखंड के जोशीमठ (Joshimath) में जमीन धंसने की घटनाओं से लोगों में हड़कंप और डर का माहौल है। वहां जमीन फट रही है, करीब 603 घरों में दरारें आ चुकी हैं । जोशीमठ (Joshimath) के लोग डरे हुए हैं। जमीन धंसने की घटनाओं के बाद चमोली प्रशासन (Chamoli Administration) हरकत में आ गया है। जिला प्रशासन और एसडीआरएफ (NDRF) की टीमों ने असुरक्षित घरों की पहचान शुरू कर दी है। टीमें जोशीमठ (Joshimath) में भूस्खलन की घटनाओं में क्षतिग्रस्त हुए घरों पर अब रेड क्रॉस मार्क लगाकर घर के मालिकों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं।